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Hindi News टेक न्यूज़ facebook पर डेटा संग्रह को लेकर दर्ज हुआ एक नया मुकदमा, लग सकता है 500 अरब डॉलर का जुर्माना

facebook पर डेटा संग्रह को लेकर दर्ज हुआ एक नया मुकदमा, लग सकता है 500 अरब डॉलर का जुर्माना

फेसबुक की सहायक कंपनी इंस्टाग्राम द्वारा यूजर्स की इजाजत के बिना उनका बायोमेट्रिक डेटा इकट्ठा किया गया है।

Facebook’s Instagram faces 500 billion dollar biometrics lawsuit- India TV Hindi Image Source : ARSTECHNICA Facebook’s Instagram faces 500 billion dollar biometrics lawsuit

सैन फ्रांसिस्को। सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक पर अमेरिका में बायोमेट्रिक डेटा एकत्रित करने के आरोप में 500 अरब डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। अमेरिका में फेसबुक पर एक मुकदमा दायर किया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि फेसबुक की सहायक कंपनी इंस्टाग्राम द्वारा यूजर्स की इजाजत के बिना उनका बायोमेट्रिक डेटा इकट्ठा किया गया है। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया स्थित रेडवुड सिटी की अदालत में सोमवार को यह मुकदमा दर्ज किया गया है।

इंस्‍टाग्राम पर आरोप है कि उसने फोटो-टैगिंग टूल के जरिये लोगों की पहचान करने के लिए फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया है। इंस्टाग्राम ने भी स्वीकार किया है कि कंपनी इस फीचर का इस्तेमाल कर रही थी, लेकिन कंपनी का कहना है कि उन्होंने डेटा को विशेष सुरक्षा प्रदान की है और यूजर्स की इजाजत के बाद ही कंपनी ने उनसे इस तरह का डेटा लिया है।

दायर किए गए इस मुकदमे में इंस्टाग्राम पर आरोप लगाया गया है कि कंपनी ऑटोमैटिकली लोगों के चेहरे को स्कैन करती है। इस दौरान उन लोगों के चेहरे भी स्कैन किए गए हैं, जो किसी दूसरे के इंस्टाग्राम अकाउंट में दिख रहे थे। मुकदमे में कहा गया है कि ऐसे में इंस्टाग्राम के पास उन लोगों का डेटा भी मौजूद है, जो कंपनी की प्लेटफॉर्म टर्म्स को नहीं मानते। इस दौरान 10 करोड़ लोगों के डेटा को इकट्ठा किया गया, स्टोर किया गया और मुनाफा कमाने के लिए इनका इस्तेमाल किया गया है।

डेलीमेल डॉट कॉम को दिए अपने एक बयान में फेसबुक के प्रवक्ता ने बताया कि मुकदमा निराधार है और इंस्टाग्राम फेसबुक पर दी जा रही फेस रिकॉग्निशन सेवाओं का उपयोग नहीं करता है। यह पहली बार नहीं है जब फेसबुक पर फेशियल रिकॉग्निशन के जरिये डेटा इकट्ठा करने को लेकर मुकदमा दायर किया गया है। पिछले महीने फेसबुक ने एक मुकदमे को निपटाने के लिए 65 करोड़ डॉलर का भुगतान किया था। इस मामले में कंपनी पर आरोप था कि उसने अमेरिकी स्टेट इलिनोइस के डेटा संग्रह नियमों का उल्लंघन किया है।