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Hindi News तेलंगाना केसीआर की बेटी कविता निजामाबाद से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी

केसीआर की बेटी कविता निजामाबाद से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी

कविता 2014 में निजामाबाद से लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। इस समय वह तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य हैं। बीआरएस ने इस बार वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बाजीरेड्डी गोवर्धन को निजामाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया है।

Kavitha - India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO के. कविता

भारत राष्ट्र समिति (BRS) के अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता निजामाबाद से आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। बीआरएस ने बुधवार को तेलंगाना की चार लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसमें दो मौजूदा सांसदों के नाम नहीं हैं। कविता 2019 का लोकसभा चुनाव निजामाबाद से भाजपा के धरमपुरी अरविंद से हार गई थीं। उन्‍हें इस बार मैदान में नहीं उतारा गया है।

तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य हैं कविता

कविता 2014 में निजामाबाद से लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। इस समय वह तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य हैं। बीआरएस ने इस बार वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बाजीरेड्डी गोवर्धन को निजामाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने अरविंद को इस सीट से फिर से मैदान में उतारा है। केसीआर ने जहीराबाद से पार्टी उम्मीदवार के रूप में जी. अनिल कुमार का नाम तय कर लिया है। जहीराबाद से मौजूदा बीआरएस सांसद बी.बी. पाटिल हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं, उन्हें आगामी चुनाव के लिए उसी निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है।

पार्टी ने वारंगल (एससी) से कादियाम काव्या को मैदान में उतारा है। काव्या वरिष्ठ बीआरएस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री कादियाम श्रीहरि की बेटी हैं। 2019 में बीआरएस के पसुनूरी दयाकर वारंगल से चुने गए।

BRS ने अब तक की 8 उम्मीदवारों की घोषणा

केसीआर ने चेवेल्ला से मौजूदा सांसद जी. रंजीत रेड्डी को भी हटा दिया है और कसानी ज्ञानेश्‍वर मुदिराज को टिकट दिया है, जो पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तेलुगू देशम पार्टी (TDP) छोड़कर बीआरएस में शामिल हो गए थे। बीआरएस प्रमुख ने इन निर्वाचन क्षेत्रों के पार्टी नेताओं के साथ बैठक करने के बाद उम्मीदवारों की घोषणा की। इसके साथ ही बीआरएस ने अब तक राज्य की 17 लोकसभा सीटों में से आठ के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

2019 में मिली थी 9 सीटें

2019 में बीआरएस को नौ सीटें मिली थीं। हालांकि, उनमें से तीन हाल ही में भाजपा और कांग्रेस में शामिल हो गए। बीआरएस ने आगामी चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन की भी घोषणा की है। दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत चल रही है।