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Hindi News उत्तर प्रदेश यूपी के कैसरगंज में बृज भूषण शरण सिंह ने किया शक्ति प्रदर्शन, बेहतरीन शायरी से दाग धुल जाएंगे?

यूपी के कैसरगंज में बृज भूषण शरण सिंह ने किया शक्ति प्रदर्शन, बेहतरीन शायरी से दाग धुल जाएंगे?

कैसरगंज में बृजभूषण शरण सिंह ने बड़ी रैली को संबोधित किया। इससे पहले उन्होंने रोड शो भी किया। बृजभूषण ने संबोधन की शुरुआत शेरों-शायरी से की। तो क्या रैली और रोड शो से उनपर लगे दाग धुल जाएंगे।

brij bhushan sharan rally- India TV Hindi बृज भूषण शरण की रैली

गोंडा: महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप से घिरे भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को यूपी के गोंडा में बड़ी रैली कर अपनी ताकत दिखाई। इससे पहले उन्होंने रोड शो भी किया। रैली में अपने संबोधन की शुरुआत बृजभूषण ने शेरों- शायरी से की। बृजभूषण ने कहा 'कभी यश कभी गम, कभी जहर पिया जाता है तब जाकर जमाने में जिया जाता है... इसको रुसवाई कहें या शोहरत अपनी, दबे होठों से नाम लिया जाता है।' रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने मीडिया पर भी कटाक्ष किया और कहा कि मीडिया वाले मुझे बड़ी तिरछी नजरों से देख रहे हैं।

बृजभूषण ने कांग्रेस पर बोला हमला

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हम खुद से सवाल करते हैं और  सोच नहीं पाते कि हमने इन दिनों में क्या खोया, क्या पाया है। इसके बाद बृजभूषण ने कांग्रेस को लेकर बोलना शुरू किया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के तुरंत बाद पाकिस्तान ने कबाइली हमले किए और हमारी 78 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन आज भी पाकिस्तान के कब्जे में है।

बृजभूषण के खिलाफ मिले गवाह

बृजभूषण शरण सिंह पर पहलवानों ने जो आरोप लगाए हैं वे 100 प्रतिशत सही हैं। ऐसा कहना है रेफरी  और फिजियोथेरेपिस्ट का। दोनों ने कैमरे के सामने खुलासा किया है कि बृजभूषण सिंह महिला पहलवानों का यौन शोषण किया करता था। रेफरी ने आरोप लगाए हैं कि उसने अपनी आंखों से देखा था कि बृजभूषण कैसे महिला पहलवानों को बैड टच किया करता था। 

वहीं, फिजियोथेरेपिस्ट ने बताया कि रात में महिला पहलवानों को कोठे पर बुलाया जाता था। किसी भी बहाने से वह पहलवानों को बुलाता था  और रात के 11 बजे पहलवानों को कोठे पर पहुंचाया जाता था।

महिला पहलवानों ने लगाए हैं यौन शोषण के आरोप

महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है, इसे लेकर पहलवानों ने कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन किया और फिर अपने मेडल गंगा में बहाने चले गए थे। किसान नेता नरेश टिकैत के बीच-बचाव के बाद वापस लौटे थे और सरकार को अल्टीमेटम भी दिया था। पहलवानों ने कहा है कि अगर 15 जून तक बृजभूषण की गिरफ्तारी  नहीं होती तो वे फिर से आंदोलन शुरू करेंगे।