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Hindi News उत्तर प्रदेश 'मैं डिंपल को जेठानी के तौर पर देखती हूं, मेरी भूमिका पार्टी तय करेगी', अपर्णा यादव का EXCLUSIVE INTERVIEW

'मैं डिंपल को जेठानी के तौर पर देखती हूं, मेरी भूमिका पार्टी तय करेगी', अपर्णा यादव का EXCLUSIVE INTERVIEW

बीजेपी की नेता और मुलायम परिवार की बहू अपर्णा यादव ने इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मैनपुरी से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि उनकी भूमिका पार्टी तय करेगी।

अपर्णा यादव का...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV अपर्णा यादव का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी की नेता अपर्णा यादव का कहना है कि वह कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं लेकिन उनकी भूमिका पार्टी तय करेगी। उन्होंने इंडिया टीवी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ये बात कही। वहीं अपर्णा यादव ने डिंपल यादव के संदर्भ में किए गए एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं डिंपल को एक जेठानी के तौर पर देखती हूं।

अमेठी, रायबरेली, मैनपुरी कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार

अपर्णा यादव से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या वह मैनपुरी से चुनाव लड़ना चाहती हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं अमेठी, रायबरेली, मैनपुरी कहीं से भी चुनाव लड़ने को हूं तैयार। मेरी भूमिका पार्टी तय करेगी।

दरअसल, मैनपुरी सीट पर समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी की ओर से अभी तक किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया गया है। ऐसी चर्चा है कि मैनपुरी से डिंपल के मुकाबले में बीजेपी अपर्णा यादव को चुनाव मैदान में उतार सकती है। 

मैनपुरी को लेकर पार्टी से कोई चर्चा नहीं-अपर्णा

मैं परिवार का सम्मान करती हूं। राजनीतिक विषयों पर हम एकमत नहीं है, वो अलग विषय है। मैं अपने बड़ों का आदर करतीं हूं। मैंने बीजेपी उद्देश्य, मूल्यों और राष्ट्रवाद के लिए जवॉइन किया है। मैंने यह पार्टी सास ससुर से पूछकर ज्वॉइन की थी। ऐसा नहीं है कि परिवार में बगैर किसी को बताए चुपके से मैंने बीजेपी ज्वॉइन की थी।  मैंने आदरणीय नेता जी का आशीर्वाद लिया.. मैनपुरी से पार्टी से मेरी कोई चर्चा नहीं हुई। जहां तक डिंपल का सवाल है तो उन्हें मैं पॉलिटिकल फिगर के रूप में नहीं बल्कि अपनी जेठानी के तौर पर देखती हूं। 

कांग्रेस जड़ से खत्म हो जाएगी-अपर्णा

अपर्णा यादव ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कहा-' कांग्रेस पार्टी समाप्त हो चुकी है। इस चुनाव में जड़ से खत्म हो जाएगी। जिस प्रकार के भाषण, अराजकता पूर्ण बातें इनके सीनियर लीडर्स ने की है... अपशब्दों का प्रयोग करना ये कौन की संस्कृति और सभ्यता को दिखलाता है।'