समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता आजम खान को मंगलवार दोपहर सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया। 23 महीनों के लंबे इंतजार के बाद उनकी रिहाई पर जेल के बाहर सपा समर्थकों का भारी जमावड़ा उमड़ पड़ा। सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद सपा नेता आजम खान की पुलिस अधिकारियों से भी बहस हो गई। इस घटना का वीडियो सामने आया है।
इन्हें परेशान करने का क्या मतलब- आजम खान
जेल से बाहर आने के बाद समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान कार में बैठे-बैठे पुलिस वालों को हड़का रहे हैं। जिसमें आजम खान पुलिस वाले से कहते हैं, 'ये मेरे लोग नहीं हैं, ये मुसाफिर हैं... इन्हें परेशान करने का क्या मतलब है।' आजम खान यहीं नहीं रुके इसके बाद उन्होंने कहा, 'आप (पुलिस अधिकारी) मेरी वजह से लोगों को रोक रहे हैं।'
रामपुर जा रहे थे आजम खान
सीतापुर की जेल से बाहर आने के बाद आजम खान सड़क मार्ग से अपने गृह जिले रामपुर जा रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे। आजम खान का काफिला रामपुर की ओर जा रहा था। तभी पुलिस की टीम ने आजम खान की रोक लिया। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी बहस हो गई।
73 गाड़ियों का कटा चालान
वहीं, आजम खान के काफिले की गाड़ियों का चालान भी कट गया है। सीतापुर में 73 गाड़ियों का चालान कटा है। 1 लाख 49 हजार रुपये का चालान काटा गया है। पुलिस ने कहा किा ये सब गाड़ियां नो पार्किंग जोन में खड़ी थीं।
काला चश्मा, काली सदरी और सफेद कुर्ता
बता दें कि आजम खान को 400 कार्यकर्ता सीतापुर पहुंचे थे। आजम खाना काला चश्मा, काली सदरी और सफेद कुर्ता पहने कार में ही बैठकर जेल से बाहर आए। हाथ हिलाकर समर्थकों का अभिवादन किया।
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