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Hindi News उत्तर प्रदेश झांसी के मशहूर चोर का भाई यूपी पुलिस में, हत्या-चोरी समेत 26 मामले हैं दर्ज, 3 आरोपी गिरफ्तार

झांसी के मशहूर चोर का भाई यूपी पुलिस में, हत्या-चोरी समेत 26 मामले हैं दर्ज, 3 आरोपी गिरफ्तार

यूपी पुलिस में काम कर रहे एक पुलिस कर्मचारी का भाई चोर है। यह सुनने में बड़ा ही विचित्र लगता है। झांसी पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसपर 26 मुकदमें दर्ज हैं। इस चोर का भाई एक पुलिस कर्मचारी है जो झांसी पुलिस कमिश्नरेट में तैनात है।

up ke chor ki kahani up policeman brother arrested by jhansi police in robbery and murder case- India TV Hindi Image Source : TWITTER/JHANSI POLICE प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तर प्रदेश के झांसी में पुलिस ने एक ऐसे चोर को पकड़ा है जो कई मामलों में वांछित था। इस चोरी में सबसे खास बात यह है कि चोर का सगा भाई यूपी पुलिस में है। जानकारी के मुताबिक चोर का नाम दीपक यादव है। पुलिस ने चोरी के 20 से अधिक मामलों में वांछित चोर दीपक यादव और उसके पिता यादवेंद्र यादव समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने जब जांच की तो चोरों के पास से 50 लाख रुपये तक की कीमत के गहने मिले हैं। झांसी पुलिस के मुताबिक आरोपी का भाई पलिस कमिश्नरेट में तैनात है। साथ ही अबतक हुए चोरी के अपराधों में उसकी भूमिका सामने नहीं आई है। 

झांसी में अनोखा चोरी कांड

जानकारी के मुताबिक पुलिस भाई की छवि साफ-सुथरी है। इसी कारण भाई ने काफी पहले ही परिवार से रिश्ते-नाते तोड़ लिए थे। बता दें कि झांसी पुलिस ने एक मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई की। इसी कड़ी में 24 अक्टूबर की रात पंचवटी चौराहे के पास तीनों बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जब उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास से 11000 रुपये, 50 लाख के आभूषण और एक देसी पिस्तौल बरामद हुआ। तीनों आरोपियों में दीपक यादव, उसके पिता यादवेंद्र यादव और रहीम मिर्जा शामिल है, जिसे पुलिस ने जेल भेज दिया है। इस बाबत सीपरी बाजार के एसएचओ ने कहा कि दीपक के खिलाफ 26 मामले दर्ज हैं। इसमें दो हत्याएं, हत्या का प्रयास, डकैती, चोरी और शस्त्र अधिनियन के उल्लंघन का मामला शामिल है। 

बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

एसएचओ के मुताबिक रहीम के खिलाफ 8 मामले दर्ज हैं। थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडे ने इस बाबत कहा कि दीपक जो गहनों की लूटपाट करता था, उसे यादवेंद्र गहने की दुकान पर रेगुलर लेकर जाता था। जब पूछताछ की गई तो पता चला कि यादवेंद्र नियमित रूप से सोनार के दुकान पर जाता था। दीपक और गिरोह के चार अन्य सदस्यों के खिलाफ साल 2019 में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया गया था। हालांकि इस ग्रुप के अन्य दो सदस्य अब भी फरार चल रहे हैं, जिनकी खोजबीन पुलिस कर रही है।