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Hindi News उत्तर प्रदेश यूपी: माफिया अतीक ने खुद को बताया 'सबसे बदनसीब बाप', आखिरी बार बेटे असद का चेहरा देखने को तड़प रहा डॉन

यूपी: माफिया अतीक ने खुद को बताया 'सबसे बदनसीब बाप', आखिरी बार बेटे असद का चेहरा देखने को तड़प रहा डॉन

माफिया अतीक का बेटा असद अहमद पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है, जिसके बाद अतीक रो रहा है और उसने खुद को बदनसीब बाप बताया है। आखिरी बार अपने बेटे असद का चेहरा देखने को तड़प रहा है।

atique ahmed dead son asad- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO अतीक ने खुद को बताया बदनसीब बाप

प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद का बेटा असद अपने सहयोगी गुलाम के साथ यूपी एटीएस के मुठभेड़ में मारा गया है। अपने बेटे असद की मौत की खबर सुनकर माफिया अतीक अहमद टूट गया है। बेटे का शव देखने और जनाजे में शामिल होने के लिए अतीक ने शुक्रवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष अर्जी दायर की है। अतीक के वकील मनीष खन्ना ने बताया कि चूंकि शुक्रवार को जिला अदालत में आंबेडकर जयंती की छुट्टी थी और  इसलिए अतीक की ओर से रिमांड मजिस्ट्रेट के पास अर्जी देकर बेटे के जनाजे में शामिल होने की अनुमति दिए जाने का अनुरोध किया गया है। वकील खन्ना ने बताया कि शनिवार को यह अर्जी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में दायर की जाएगी।

रोता गिड़गिड़ाता रहा माफिया डॉन

बेटे की मौत की खबर सुनकर अतीक अहमद ने पुलिस कस्टडी में कहा था, मैं दुनिया का सबसे बदनसीब बाप हूं, ऐसा कहकर आखिरी बार बेटे असद की सूरत देखने के लिए थाने में माफिया अतीक गिड़गिड़ाता रहा। वह रोते हुए पुलिस वालों से मिन्नतें करता रहा और कहता रहा कि-मैं दुनिया का सबसे बदनसीब बाप हूं। मैं ही अपने बेटे की मौत की वजह बना हूं। अब अपने जवान बेटे के जनाजे को कंधा भी नहीं दे पा रहा हूं। मैं आखिरी बार उसकी सूरत देखने को भी तरस रहा हूं। 

बता दें कि आज एनकाउंटर में मारे गए माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। झांसी से प्रयागराज पहुंचते ही असद का शव देखने के ल‍िए अतीक के चक‍िया स्‍थ‍ित घर के बाहर लोगों की भारी भीड़ लगी है। इससे पहले ही मौके पर भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई है। डीएसपी क्राइम ने न‍िर्देश दिया है क‍ि कहीं भी लोगों को एकत्र न होने दें। 

मुठभेड़ में मारे गए असद और उसके सहयोगी गुलाम का शव लेने उनके परिजन शुक्रवार की शाम झांसी पहुंचे थे। असद का शव लेने उसका फूफा उस्मान झांसी पहुंचा, जबकि गुलाम का शव लेने उसका साला नूर आलम पहुंचा था। पुलिस कस्टडी में दोनों का शव प्रयागराज लाया गया है।