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मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर चयनात्मक दृष्टिकोण लोकतंत्र के लिए खतरनाक : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के 28 वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मानवाधिकार की व्याख्या कुछ लोग अपने-अपने तरीके से, अपने-अपने हितों को देखकर करने लगे हैं। बीते दशकों में ऐसे कितने ही अवसर विश्व के सामने आए हैं, जब दुनिया भ्रमित हुई है, भटकी है लेकिन भारत मानवाधिकारों के प्रति मानवाधिकारों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध और संवेदनशील रहा है।