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Muqabla: कितने अगड़े..कितने पिछड़े..गिन गिनकर I.N.D.I.A करवाए झगड़े !

फिर एक बार देश में मंडल-कमंडल का राग सुनाई देने लगा है. फिर एक बार आपको जाति का झुनझुना थमाकर सियासत अपना उल्लू सीधा करने की कोशिश में है