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Hindi News वायरल न्‍यूज साइकिल चलाकर आया था डिलीवरी बॉय, बदले में मिली बाइक, मामला जानकर कहेंगे: इंडिया वाले ग्रेट हैं

साइकिल चलाकर आया था डिलीवरी बॉय, बदले में मिली बाइक, मामला जानकर कहेंगे: इंडिया वाले ग्रेट हैं

मदद करने का जज्बा हो तो इंसान रात दिन औऱ धर्म नहीं देखता। हैदराबाद के लोगों ने एक डिलीवरी बॉय को नई बाइक दिलाकर ये साबित कर  दिया है। 

helping hand- India TV Hindi Image Source : FB/ROBIN MUKESH helping hand

भारत सदियों से अपने संस्कारों और दया भाव के चलते विश्व के अन्य मुल्कों के लिए मिसाल बना हुआ है। जब सांप्रदायिक सद्भावना की बात आती है तो भारत विश्व में सबसे अग्रणी माना जाता है, हो भी क्यो नहीं, यहां मदद धर्म की मोहताज नहीं है। यहां किसी गरीब को मदद की दरकार होती है तो एक की बजाय सौ हाथ आगे आते हैं। ऐसा ही एक दिल छू लेने वाला वाकया वायरल हो रहा है जिसमें एक साइकिल सवार डिलीवरी बॉय को जनता ने बाइक खऱीदकर दे दी। 

मामला हैदराबाद के 21 साल के इंजीनियरिंग स्टूडेंट अकील मोहम्मद से जुड़ा है। अकील थर्ड इयर का स्टूडेंट है लेकिन पारिवारिक स्थिति अच्छी न होने के कारण वो जोमेटो के लिए डिलीवरी किया करता है। उसके पास बाइक नहीं है और ऐसे में वो साइकिल से ही कई कई किलोमीटर लंबी राइड करके लोगों तक खाना पहुंचाया करता है। 

कुछ दिन पहले रात को साढ़े दस बजे अकील को किंग कोटी इलाके में रोबिन मुकेश के घर डिनर पहुंचाने का आर्डर मिला। ये अकील की जगह से नौ किलोमीटर दूर था औऱ रात भी हो चुकी थी। लेकिन अकील इतनी रात को भी साइकिल से रोबिन मुकेश के घर खाना पहुंचाने गए। अकील को खाना पहुंचाने में मात्र 20 मिनट लगे। जब रोबिन मुकेश के घर खाना पहुंचा तो उनको अचंभा हुआ कि डिलीवरी बॉय साइकिल से खाना लाया है और उसे यहां तक पहुंचने में 20 मिनट लगे हैं। 

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रोबिन ने अकील से बातचीत की तो उसे अकील की स्थिति के बारे में पता चला। उन्होंने अकील की फोटो खींचकर अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर की और लिखा अकील की हिम्मत और मेहनत की दाद दी। इस पोस्ट पर सैंकड़ों लोगों ने अकील की तारीफ करते हुए सुझाव दिया कि अकील के लिए कुछ किया जाना चाहिए। तब तय हुआ कि अकील को बाइक खरीदकर दी जाए ताकि वो डिलीवरी भी कर सके और कॉलेज भी जा सके। 

इसके बाद रोबिन ने दोस्तो के साथ मिलकर फेसबुक पर ही एक अभियान चलाया ताकि 60 हजार रुपए एकत्र हो जाए। लेकिन कमाल देखिए कि मात्र दस घंटे में अकील की मदद के लिए 74 हजार रुपए इकट्ठे हो गए। तब फैसला किया गया कि इतने रुपयों में बाइक दिलाने के बाद जो रुपए बचेंगे वो अकील की फीस के लिए दे दिए जाएंगे। 

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अब अकील को बाइक मिल चुकी है और वो उन तमाम लोगों का एहसानमंद है जो उसकी मदद के लिए निस्वार्थ रूप से आगे आए। इसके बाद रोबिन ने बाकायदा पोस्ट करके जनता का धन्यवाद किया और बाइक के साथ अकील की फोटो भी शेयर की। 

देखा जाए तो ये भारतीय जनता का ही जज्बा है जो मुसीबत के समय एक दूसरे की मदद करने आती है। ऐसे जज्बे को बनाए रखने को ही भारतीयता कहेंगे क्योकि भारत विश्वगुरु यूं ही नहीं बन गया है।