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Hindi News पश्चिम बंगाल चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल तट पर मचा सकता है बड़ी तबाही, कोलकाता सहित ये जिले होंगे प्रभावित

चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल तट पर मचा सकता है बड़ी तबाही, कोलकाता सहित ये जिले होंगे प्रभावित

सरकार ने कहा है कि चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी में सोमवार को महाचक्रवात के रूप में बदल गया और बुधवार को इसके पहुंचने के बाद पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में इससे व्यापक स्तर पर नुकसान हो सकता है।

<p>Cyclone Amphan</p>- India TV Hindi Image Source : FILE Cyclone Amphan

नयी दिल्ली। सरकार ने कहा है कि चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी में सोमवार को महाचक्रवात के रूप में बदल गया और बुधवार को इसके पहुंचने के बाद पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में इससे व्यापक स्तर पर नुकसान हो सकता है। पश्चिम बंगाल तट पर ‘अम्फान’ प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में 195 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति के साथ 20 मई की दोपहर पहुंच सकता है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि चक्रवात से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में व्यापक नुकसान होने की आशंका है। इसमें कहा गया है कि ‘अम्फान’ से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की आशंका है। 

‘अम्फान’ से पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता के बुरी तरह से प्रभावित होने की आशंका है। चक्रवाती तूफान का प्रभाव जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिलों समेत उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों पर भी पड़ सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की जिसमें बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हो रहे चक्रवात ‘अम्फान’ को देखते हुए तैयारियों का जायजा लिया गया। उन्होंने चक्रवात से प्रभावित होने वाले राज्यों को हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि चक्रवात के रास्ते में आने वाले क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं और पर्याप्त मात्रा में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखें। 

प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री ने स्थिति की समीक्षा की और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा उठाए गए कदमों और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के बारे में जानकारी ली। बयान में बताया गया, ‘‘प्रतिक्रिया योजना पर प्रस्तुतीकरण के दौरान एनडीआरएफ के महानिदेशक (एस एन प्रधान) ने सूचित किया कि एनडीआरएफ की 25 टीमों को तैनात किया गया है जबकि 12 अन्य को तैयार रखा गया है। देश के अन्य हिस्सों में एनडीआरएफ की 24 अन्य टीमों को तैयार रखा गया है।’’ 

भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने राहत एवं बचाव अभियानों के लिए जहाजों और हेलिकॉप्टरों को तैनात किया है। सेना और वायुसेना की इकाइयों को भी पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तैयार रखा गया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सभी संबंधित राज्यों को ताजा पूर्वानुमान के साथ नियमित बुलेटिन जारी किये गये हैं। केन्द्रीय गृह मंत्रालय भी राज्य सरकारों के लगातार संपर्क में हैं बयान में कहा गया कि बैठक में प्रधानमंत्री के साथ केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, आईएमडी, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और एनडीआरएफ के अधिकारी मौजूद थे।