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ईरानी मीडिया ने कहा, असैन्य परमाणु केंद्र को ‘नुकसान पहुंचाने वाला हमला’ नाकाम किया गया

ईरानी अधिकारियों ने राजधानी तेहरान के निकट असैन्य परमाणु केंद्र को ‘नुकसान पहुंचाने वाले हमले’ को नाकाम कर दिया है।

Iranian nuclear building, Iranian nuclear building attack, Iranian nuclear building attack foiled- India TV Hindi Image Source : AP REPRESENTATIONAL ईरानी अधिकारियों ने राजधानी तेहरान के निकट असैन्य परमाणु केंद्र को ‘नुकसान पहुंचाने वाले हमले’ को नाकाम कर दिया है।

तेहरान:‍ ईरानी अधिकारियों ने राजधानी तेहरान के निकट असैन्य परमाणु केंद्र को ‘नुकसान पहुंचाने वाले हमले’ को नाकाम कर दिया है। सरकारी टीवी ने बुधवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन से संबंधित एक भवन पर हुई हमले की कोशिश से 'कोई हताहत नहीं हुआ और इसका मकसद देश के परमाणु कार्यक्रम को नुकसान पहुंचाना था।' साथ ही कहा गया है कि अधिकारी दोषियों का पता लगाने में जुटे हैं। हालांकि, मीडिया ने इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी गई है।

‘परमाणु केंद्र को निशाना बनाने की कोशिश’
मीडिया ने सिर्फ इतना कहा कि तेहरान से 40 किलोमीटर दूर उत्तर पिश्चम में स्थित कराज शहर में विशाल परमाणु केंद्र को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की करीबी मानी वाली वेबसाइट 'नूर न्यूज' ने बुधवार को खबर दी कि ‘इमारत को किसी तरह का नुकसान पहुंचाने से पहले ही’ हमले को नाकाम कर दिया गया। इसने कहा कि मामले की जांच जारी है। प्रतिक्रिया के लिए पूछे जाने पर एक ईरानी अधिकारी ने ‘नूर न्यूज’ की खबर का संदर्भ दिया। अधिकारी ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर कहा कि वह मीडिया से इस मामले पर बात करने को अधिकृत नहीं है।

परमाणु कार्यक्रम पर हो चुके हैं कई संदिग्ध हमले
सरकारी अखबार ‘ईरान’ की वेबसाइट ने यही खबर प्रकाशित की है जिसमें स्थान या अन्य विवरणों की जानकारी नहीं दी गई। ईरानी सरकारी टीवी ने अपने समाचार टिकर में यह खबर चलाई। यह खबर हाल के महीनों में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने वाले कई संदिग्ध हमलों के बाद आई है। अप्रैल में, ईरान की भूमिगत नतांज परमाणु केंद्र में रहस्यमयी तरीके से बिजली गुल हो गई थी। ईरान ने इस ‘ब्लैकआउट’ को ‘परमाणु आतंकवाद’ की हरकत बताया था।

परमाणु वैज्ञानिक की नवंबर में हुई थी हत्या
ईरान ने दशकों पहले देश के सैन्य परमाणु कार्यक्रम की शुरुआत करने वाले वैज्ञानिक की नवंबर में की गई हत्या के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया था। ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर नजर रखने वाले संयुक्त राष्ट्र के निकाय अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी तत्काल इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। ईरानी अधिकारियों ने भी यह स्पष्ट नहीं किया है कि कराज में किस केंद्र को निशाना बनाने का प्रयास किया गया, क्योंकि यहां पर दो केंद्र हैं।

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