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Shocking: यहां छोटे-छोटे बच्चों को बना देते हैं सुसाइड बॉम्बर

नई दिल्ली: दुनिया में एक ओर जहां आतंकवाद दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, वहीं अफगानिस्तान के आतंकी समूह दूसरे देशों के खिलाफ छोटे-छोटे बच्चों का इस्तेमाल सुसाइड बॉम्बर के रूप में कर रहे हैं।

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नई दिल्ली: दुनिया में एक ओर जहां आतंकवाद दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, वहीं अफगानिस्तान के आतंकी समूह दूसरे देशों के खिलाफ छोटे-छोटे बच्चों का इस्तेमाल सुसाइड बॉम्बर के रूप में कर रहे हैं। पिछले कई सालों में आतंकवाद के दलदल में फंसे इन छोटे-छोटे मासूम बच्चों से पूछताछ करने पर सभी बच्चों ने एक जैसी ही कहानियां सुनाई। बच्चों ने बताया कि आतंकी उनका इस्तेमाल अमेरिका के खिलाफ करते हैं। छोटे-छोटे बच्चों को बहला-फुसलाकर उन्हें आतंकी गतिविधियों में आने के लिए कहा जाता है। साथ ही उन्हें पैसों का भी लालच दिया जाता है। अफगान फोर्स के एक अधिकारी का कहना है कि सुसाइड बॉम्बर के लिए 10 साल से छोटे बच्चों का भी इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि कई इलाके ऐसे होते हैं जहां पर अनजान लोगों के जाने पर सुरक्षा कर्मियों और वहां मौजूद लोग सतर्क हो जाते हैं, मगर बच्चों के जाने पर किसी को शक नहीं होता है और बच्चे उन जगहों पर आसानी से जा सकते हैँ।

एक रिपोर्ट के अनुसार तालिबान छोटे बच्चों को अपने ट्रेनिंदुनिया में एक ओर जहां आतंकवाद दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, वहीं अफगानिस्तान के आतंकी समूह दूसरे देशों के खिलाफ छोटे-छोटे बच्चों का इस्तेमाल सुसाइड बॉम्बर के रूप में कर रहे हैं।ग सेंटर्स में सुसाइड अटैक के बारे में बताता है। तालिबानियों का यह कैंप नॉर्थ-वेस्टर्न बगदीस प्रॉविन्स के घोरमाश डिस्ट्रिक्ट में हैं, जिसे मुल्ला कय्यूम चलाता है। इस कैंप में मौजूद ज्यादातर बच्चों को या तो अगवा करके लाया जाता है या गरीब मां-बाप से खरीदकर। आतंकी इन बच्चों को कुरान की आयतों वाली ताबीज देते हैं। उन्हें यह कहकर बहलाया जाता है कि बम फटने के बाद उन्हें कुछ नहीं होगा केवल दुश्मन ही मारे जाएंगे।

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