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Hindi News विदेश एशिया पहले ब्रिज पर आए, किस किया, फिर 310 फीट की ऊंचाई से लगाई छलांग, गे कपल की सुसाइड से हिला देश, दो लड़कों के रिश्ते से खुश नहीं था परिवार

पहले ब्रिज पर आए, किस किया, फिर 310 फीट की ऊंचाई से लगाई छलांग, गे कपल की सुसाइड से हिला देश, दो लड़कों के रिश्ते से खुश नहीं था परिवार

Gay Armenian Couple: आर्मेनिया में समलैंगिकता साल 2003 से अपराध की श्रेणी से बाहर है, लेकिन बावजूद इसके कई कपल अपने रिश्ते को गुप्त ही रखते हैं। यहां इन लोगों के साथ काफी भेदभाव होता है।

आर्मेनिया में गे कपल ने सुसाइड किया- India TV Hindi Image Source : TWITTER आर्मेनिया में गे कपल ने सुसाइड किया

Gay Armenian Couple: समलैंगिक कपल को दुनिया भर में भेदभाव और तिरस्कार का सामना करना पड़ता है। इसमें कोई दो राय नहीं है। कुछ ऐसा ही एशियाई देश आर्मेनिया में देखने को मिला है। यहां एक गे कपल यानी दो लड़कों ने अपनी किस तरह हुए एक तस्वीर ली और पुल से छलांग लगा ली। मौत के मुंह में जाने वाले इस गे कपल की ये आखिरी तस्वीर थी। ये दावा स्थानीय एलजीबीटी ग्रुप ने किया है। इनके नाम ट्रिगन और आर्सेना बताया जा रहा है। इन्होंने अपने आखिरी पलों को लेकर इंस्टग्राम पर एक भावुक पोस्ट भी किया था। इन्होंने अपनी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, 'हैप्पी एंडिंग। हम दोनों ने मिलकर ये तस्वीर शेयर करने और अपने अगले कदम को लेकर फैसला किया है।' 

इस मामले में देश के एलजीबीटी ग्रुप पिंक आर्मेनिया का कहना है कि कपल ने देश की राजधानी येरेवान में 310 फीट ऊंचे देवताशेन पुल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि उनका रिश्ता उनके माता-पिता को स्वीकार्य नहीं था। कहा जा रहा है कि आर्सेना अपने घर से भाग गया था, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पिंक आर्मेनिया ने कहा, 'युवा कपल़े के पास अभी भी कई साल थे लेकिन वो अब अपने प्रति हो रहे अत्याचार को सह नहीं पा रहे थे, जिसके कारण उन्हें यह दुखद कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।' ग्रुप ने कहा कि एलजीबीटी लोग परिवार और समाज से अलगाव और गलतफहमी की भावनाओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं।

देश में सुरक्षित नहीं एलजीबीटी लोग

ग्रुप ने कहा, 'इस दुखद घटना से एक बार फिर साबित होता है कि आर्मेनिया में एलजीबीटी लोग बिलकुल भी सुरक्षित नहीं हैं और समाज या देश उन्हें सुरक्षा देने में सक्षम नहीं हैं।' कपल का आखिरी पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस पर जमकर कमेंट भी कर रहे हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, लोग कपल की मौत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इनका कहना है कि आर्मेनिया की बड़ी परेशानी होमोफोबिया है। यानी यहां एलजीबीटी कपल्स को भेदभाव का सामना करना पड़ता है।

अपराध की श्रेणी से बाहर है समलैंगिकता

आर्मेनिया में समलैंगिकता साल 2003 से अपराध की श्रेणी से बाहर है, लेकिन बावजूद इसके कई कपल अपने रिश्ते को गुप्त ही रखते हैं। एलजीबीटी अधिकारों के मामले में यूरोप के 49 देशों में इस देश की रैंक 47 है। बाकी के दो स्थानों पर रूस और अजरबैजान हैं। साल 2012 में 55 फीसदी लोगों ने कहा था कि वह उस इंसान के साथ रिश्ता तोड़ देंगे, जिसके बारे में उन्हें पता चलता है कि वह समलैंगिक है। इस अध्ययन में पता चला कि 70 फीसदी लोग एलजीबीटी समुदाय के लोगों को अजीब मानते हैं।

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