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Hindi News विदेश एशिया पीएम शहबाज शरीफ समेत सेना पर हत्या के प्रयास का था आरोप, इमरान खान कोर्ट में खा गए गच्चा

पीएम शहबाज शरीफ समेत सेना पर हत्या के प्रयास का था आरोप, इमरान खान कोर्ट में खा गए गच्चा

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने कोर्ट में कहा है कि उनके पास हत्या के प्रयास व धमकी के आरोपों के संबंध में पीएम शहबाज शरीफ, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह समेत सेना के किसी अधिकारी के खिलाफ कोई सुबूत नहीं हैं। बता दें कि खान ने पैर में गोली लगने पर उक्त लोगों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया था।

इमरान खान, पूर्व पीएम, पाकिस्तान- India TV Hindi Image Source : FILE इमरान खान, पूर्व पीएम, पाकिस्तान

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृहमंत्री राणा सनाउल्ला समेत सेना के अधिकारियों पर अपनी हत्या के प्रयास का आरोप लगाने वाले इमरान खान कोर्ट में गच्चा खा गए हैं। पाकिस्तान के गृहमंत्री राना सनाउल्ला ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, शीर्ष सरकारी अधिकारियों और सेना प्रमुख के खिलाफ लगाये गये अपनी हत्या की साजिश के आरोपों का स्वयं के पास कोई साक्ष्य नहीं होने की बात स्वीकार की है। मंगलवार को ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार में प्रकाशित खबर के अनुसार, सनाउल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज, खुद उनके (सनाउल्ला के) और पाकिस्तानी थलसेना के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ उन्होंने (इमरान खान ने) बेवजह आरोप लगाये थे।

इमरान खान, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख भी हैं। सनाउल्ला ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और सेना प्रमुख के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाने को लेकर इमरान खान की आलोचना भी की। पूर्व प्रधानमंत्री खान (70) ने आरोप लगाया था कि ये लोग उनकी हत्या करना चाहते हैं। उन्होंने हाल के महीनों में दावा किया था कि सत्तारूढ़ सरकार के कुछ सदस्यों ने उनकी हत्या की साजिश रची है। गृह मंत्री ने बताया कि इमरान खान को सबूत पेश करने को कहा गया था, लेकिन वह ऐसा कर पाने में नाकाम रहे। उल्लेखनीय है कि पिछले साल नवंबर में पंजाब प्रांत के वजीराबाद में खान की पार्टी के हकीदी आजादी मार्च पहुंचने के बाद उन पर किये गये एक हमले में वह बाल-बाल बच गये थे। हमले में, खान के पैर कई गोलियां लगी थीं।

इमरान ने सुबूत होने की बात से किया इनकार

इमरान खान संयुक्त जांच दल (जेआईटी) द्वारा की जा रही एक जांच में शामिल हुए। शीर्ष सैन्य अधिकारियों के खिलाफ उनके आरोपों को लेकर यह जांच की जा रही है, जिस दौरान उन्हें वे सभी वीडियो दिखाये गये जिनमें उन्होंने सरकार और सेना के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाये थे। सोमवार को जेआईटी को दिये एक लिखित बयान में खान ने स्वीकार किया कि (पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी) आईएसआई (इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस) के डीजीसी मेजर जनरल फैसल नसीर ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उन्हें धमकी नहीं दी थी, ना ही उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत हैं। सनाउल्ला ने कहा, ‘‘जेआईटी ने खान को एक वीडियो दिखाया और उन्होंने स्वीकार किया कि यह उनकी ही आवाज है। जांच के दौरान उन्होंने खुद को झूठा साबित किया और स्वीकार किया कि उनके सारे बयान बेबुनियाद हैं।’’ इस बीच, खान की पार्टी ने जेआईटी की कार्यवाही मीडिया संस्थानों को लीक किये जाने की निंदा की है। (भाषा)

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