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Hindi News विदेश एशिया G-20 के बीच भारत ने LAC से लगे लद्दाख क्षेत्र में कराया Y-20, 30 देश जुटने से चीन को हुआ पेट में दर्द

G-20 के बीच भारत ने LAC से लगे लद्दाख क्षेत्र में कराया Y-20, 30 देश जुटने से चीन को हुआ पेट में दर्द

G-20 में पूरी दुनिया भारत की ताकत देख रही है। जी-20 की अध्यक्षता 1 वर्ष तक भारत के पास ही रहेगी। इस दौरान भारत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे लेह-लद्दाख क्षेत्र में वाई-20 का सफल आयोजन कराकर चीन के मुंह पर तमाचा मारा है। भारत ने वाई-20 सम्मेलन में 30 देशों के प्रतिनिधियों के साथ सफल आयोजन किया।

लेह-लद्दाख में आयोजित वाई-20 में बोलते केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर- India TV Hindi Image Source : PTI लेह-लद्दाख में आयोजित वाई-20 में बोलते केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर

G-20 में पूरी दुनिया भारत की ताकत देख रही है। जी-20 की अध्यक्षता 1 वर्ष तक भारत के पास ही रहेगी। इस दौरान भारत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे लेह-लद्दाख क्षेत्र में वाई-20 का सफल आयोजन कराकर चीन के मुंह पर तमाचा मारा है। भारत ने वाई-20 सम्मेलन में 30 देशों के प्रतिनिधियों के साथ सफल आयोजन किया। इससे पड़ोसी चीन के पेट में दर्द होने लगा है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि यहां वाई20 (युवा 20) पूर्व-शिखर सम्मेलन बैठक की सफल मेजबानी उन लोगों के लिए करारा जवाब है जिन्होंने आयोजन से पहले "भय और भ्रम फैलाने की कोशिश की।

वैसे तो  केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का इशारा सीधे चीन की ओर था। मगर उन्होंने किसी देश का नाम लिए बिना कहा कि जिन लोगों ने ‘‘भय और भ्रम फैलाने’’ की कोशिश की, अब वे तीन दिवसीय आयोजन की ‘‘भारी कामयाबी’’ के कारण 'दर्द' महसूस कर रहे होंगे। आप को बता दें कि चीन ने यहां आयोजित वाई 20 कार्यक्रम में भाग नहीं लिया और उसने इस आयोजन के खिलाफ कोई सार्वजनिक बयान भी नहीं दिया, लेकिन उसके करीबी सहयोगी पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जी20 से संबंधित कार्यक्रमों के आयोजन पर आपत्ति जताई थी।

पाकिस्तान को भी हो रहा है श्रीनगर और लेह में प्रस्तावित जी-20 की बैठकों पर दर्द

इस महीने की शुरुआत में, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर श्रीनगर और लेह में जी20 संबंधी बैठकें आयोजित करने की भारत की योजना पर "तीखी आपत्ति" जताई थी। वर्ष 2020 में गलवान घाटी में झड़प के बाद भारत व चीन के रिश्तों में तनाव आ गया। ठाकुर ने कार्यक्रम के समापन के दिन यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘(सूचीबद्ध) विषयों पर (वाई20) चर्चा बहुत सफल रही। जब मैं कहता हूं कि वाई20 पूर्व-सम्मेलन बहुत सफल रहा, तो निश्चित रूप से कुछ लोगों को दर्द महसूस हुआ होगा। जिन लोगों ने वाई20 से पहले भय और भ्रम फैलाने की कोशिश की। यहां तक कहा कि यह आयोजन लेह में नहीं होना चाहिए। (लेकिन) यह लेह में हुआ और काफी सफल रहा। मैं यह खुले तौर पर (ऑन रिकॉर्ड) कहता हूं।" इस कार्यक्रम में 30 देशों के 103 प्रतिनिधियों ने भाग लिया और विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।

जी-20 की अध्यक्षता में भारत गढ़ रहा कीर्तिमान

ठाकुर ने यह भी कहा कि भारत जी20 की मेजबानी में नए मानदंड स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा, "यह भारत के लिए गौरव की बात है कि हम देश की आजादी का 75वां वर्ष मना रहे हैं और जी20 की अध्यक्षता भी कर रहे हैं। भारत से पहले कई देशों ने जी20 की अध्यक्षता की और इसकी सफलता के लिए बहुत प्रयास किए होंगे। लेकिन भारत में जी20 का आयोजन नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।" उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति और विरासत ने विदेशी प्रतिनिधियों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। ठाकुर ने कहा कि भारत की समृद्ध कला और सांस्कृतिक धरोहर ने करीब 12,000 लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया है, जिन्होंने अब तक जी20 बैठकों के सिलसिले में देश का दौरा किया है।

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