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Hindi News विदेश एशिया क्या है चीन में हाहाकार मचाने वाला BF.7 वेरिएंट, कोरोना के और जानलेवा होना का बढ़ा खतरा, जानें अब तक के बड़े पॉइंट

क्या है चीन में हाहाकार मचाने वाला BF.7 वेरिएंट, कोरोना के और जानलेवा होना का बढ़ा खतरा, जानें अब तक के बड़े पॉइंट

China Coronavirus BF.7: चीन में कोरोना वायरस के BF.7 वेरिएंट की वजह से संक्रमण के मामलों में काफी उछाल देखने को मिल रहा है। यहां अगले साल लाखों लोगों की मौत हो सकती है।

चीन में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस का नया वेरिएंट- India TV Hindi Image Source : PTI चीन में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस का नया वेरिएंट

चीन में कोरोना वायरस का BF.7 वेरिएंट हाहाकार मचा रहा है। अस्पतालों में नए मरीजों के लिए जगह नहीं है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि चीन में 80 करोड़ लोग जल्द संक्रमित हो सकते हैं और 20 लाख लोगों की मौत हो सकती है। इस बीच चीन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि नई लहर के कारण कोरोना वायरस म्यूटेटे हो सकता है। उन्होंने कहा कि इससे BF.7 से भी ज्यादा घातक कोरोना वेरिएंट पैदा हो सकते हैं। चीनी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की इस चेतावनी से दुनिया भर में टेंशन और बढ़ गई है। उन्होंने सुझाव दिया कि चीन में कोरोना वायरस से निपटने के लिए अधिकारियों को अस्पतालों का एक राष्ट्रव्यापी नेटवर्क स्थापित करना होगा।

वायरस से निपटने के लिए चेतावनी दी गई

पेकिंग यूनिवर्सिटी फर्स्ट हॉस्पिटल के श्वसन विशेषज्ञ वांग गुआंगफा ने चेतावनी दी कि बीजिंग में अगले 14 दिनों में कोविड-19 के गंभीर मामले बढ़ सकते हैं। वांग ने सरकारी ग्लोबल टाइम्स से कहा कि कोरोना संक्रमण की नई लहर से घिरा बीजिंग चिकित्सा संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव डाल रहा है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना कि चिकित्सा संसाधनों की कोई कमी नहीं है, कोविड-19 मामलों के इलाज में सफलता दर बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कारक है। उन्होंने कहा कि हमें अस्पतालों में वायरस से निपटने की पूरी तैयारी करनी चाहिए।

स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, चीनी शहर वर्तमान में अत्यधिक संक्रामक ओमीक्रॉन वेरिएंट से प्रभावित हैं, मुख्य रूप से Ba.5.2 और BF.7, जो तेजी से फैल रहे हैं। बीजिंग में श्मशान घाटों में भीड़भाड़ की खबरें आ रही हैं। बीजिंग में पिछले कुछ दिनों में सात मौतों की पुष्टि हुई है। आधिकारिक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कई चीनी दवा कंपनियां सर्दी और बुखार की दवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पूरी क्षमता से काम कर रही हैं।

सरकार से डाटा रखने को कहा गया

चाइना सीडीसी के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर वायरल डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के निदेशक जू वेनबो ने कहा कि प्रत्येक अस्पताल से आपातकालीन कक्षों में 15 रोगियों और गंभीर बीमारियों वाले 10 रोगियों से नमूने एकत्र करने की अपेक्षा की जाती है। अस्पतालों के बाहर बड़ी संख्या में मरीज जांच के लिए पहुंच रहे हैं। कई शहरों में पूरी की पूरी आबादी का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।

डब्ल्यूएचओ ने स्थिति पर जताई चिंता

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि वह चीन में कोविड मामलों की लहर को लेकर बहुत चिंतित हैं। उन्होंने चीन से स्थिति की गंभीरता के बारे में विस्तृत जानकारी देने का आग्रह किया है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने बीमारी की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने और गहन देखभाल की आवश्यकता के बारे में विस्तृत जानकारी देने की अपील करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन चीन में नवीनतम हालात के बारे में बहुत चिंतित है।

BF.7 के बारे में हम कितना जानते हैं? 

जब वायरस म्यूटेट होते हैं, तो वे लीनेज (वंशावली) और सब-लिनेज (उप-वंश) बनाते हैं। उदाहरण के तौर पर SARS-CoV-2 एक पेड़ है, और उसके मुख्य तने में शाखाएं और उप-शाखाएं निकलती हैं। BF.7 BA.5.2.1.7 के समान है, जो कि Omicron उप-वंश BA.5 का उप-वंश है। इस महीने की शुरुआत में 'सेल होस्ट एंड माइक्रोब' जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि BF.7 सब-वेरिएंट में मूल D614G वेरिएंट की तुलना में 4.4 गुना अधिक न्यूट्रलाइजेशन प्रतिरोध है- जिसका मतलब है कि लैब सेटिंग में, किसी टीकाकरण कराने वाले व्यक्ति या संक्रमित व्यक्ति की एंटीबॉडी 2020 में दुनिया भर में फैले मूल वुहान वायरस की तुलना में BF.7 को नष्ट करने की संभावना कम है।

लेकिन BF.7 सबसे लचीला सब-वेरिएंट नहीं है। उसी अध्ययन में BQ.1 नामक एक अन्य ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट में 10 गुना से अधिक उच्च न्यूट्रलाइजेशन प्रतिरोध की जानकारी मिली थी। एक उच्च न्यूट्रलाइजेशन प्रतिरोध का मतलब है कि किसी आबादी में वेरिएंट के फैलने और अन्य वेरिएंट को बदलने की संभावना अधिक होना। BF.7 के अक्टूबर में 5 फीसदी से अधिक मामले अमेरिका में और 7.26 फीसदी मामले ब्रिटेन में मिले थे। पश्चिम के वैज्ञानिक वेरिएंट पर करीब से नजर बनाए हुए हैं, हालांकि, इन देशों में संक्रमितों के मामलों या अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में कोई ज्यादा वृद्धि नहीं हुई थी।

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