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जी-7 के देशों ने मिलकर दिया ऐसा बयान कि चीन को लगी मिर्ची, घबराए 'ड्रेगन' ने कही ये बात

जापान के हिरोशिमा में जी-7 देशों के सम्मेलन के अंत में जो जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया गया, उससे चीन के सीने पर सांप लोट गया है।

जी-7 के देशों ने मिलकर दिया ऐसा बयान कि चीन को लगी मिर्ची, घबराए 'ड्रेगन' ने कही ये बात- India TV Hindi Image Source : FILE जी-7 के देशों ने मिलकर दिया ऐसा बयान कि चीन को लगी मिर्ची, घबराए 'ड्रेगन' ने कही ये बात

China on G-7 Summit: जापान के हिरोशिमा में जी-7 में शामिल देशों की समिट आयोजित हुई। इसमें भारत जैसे देशों को भी आमंत्रित किया गया। इस सम्मेलन में चीन की दादागिरी को जवाब देने और रूस को घेरने की रणनीति पर भी चर्चा हुई। जी-7 देशों द्वारा समिट के बाद संयुक्त बयान जारी किया गया। इस बयान से चीन को मिर्ची लग गई। चीन ने कहा कि यह हमारे आंतिरक मामलों में दखल है। जानिए पूरी बात।

जापान के हिरोशिमा में जी-7 देशों के  सम्मेलन के अंत में जो जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया गया, उससे चीन के सीने पर सांप लोट गया है। चीन ने संयुक्त बयान के खिलाफ जी-7 देशों के खिलाफ कूटनीतिक तरीके से विरोध किया है। दरअसल, जी-7 देशों ने अपने संयुक्त बयान में ताइवान, पूर्वी और दक्षिण चीन सागर के मामले में चीन की दादागिरी और कार्रवाई की निंदा की। वहीं चीन ने इस बयान को उसके आंतरिक मामलों में दखल माना है और इस संयुक्त के विरोध में अपनी आपत्ति जताई है। 

जी-7 देशों ने जॉइंट स्टेटमेंट में क्या कही बात?

जी-7 देशों की बैठक के बाद जो संयुक्त वक्तव्य जारी हुआ, उसमें चीन के बारे में काफी बातों का जिक्र किया गया। संयुक्त बयान में ये कहा गया कि जी-7 में शामिल सदस्य देश चीन के साथ अच्छे रिश्ते बनाना चाहते हैं, लेकिन खास चिंता इस बात की है कि चीन के ताइवान, पूर्वी औ दक्षिणी चीन सागर में जो हरकतें की जा रही हैं, वो चिंता बढ़ाती हैं। 
जी-7 देशों ने चीन में मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामले पर भी बात की और कहा कि हांगकांग,  तिब्बत, शिनजियांग में मानवाधिकारों की स्थिति खराब है। यही नहीं इस बात पर भी जी 7 के देशों ने चिंता जाहिर की है कि उइगुर मुसलमानों को डिटेंशन कैंप में रखा जा रहा है, उनके साथ बुरा सलूक किया जा रहा है। 

जी-7 के संयुक्त वक्तव्य के बाद नाराज चीन ने कही ये बात

जी-7 देशों के संयुक्त बयान से चीन ने नाराजगी जाहिर की है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन की चिंताओं के बावजूद जी-7 देश चीन के आंतरिक मामलों में दखल दे रहे हैं। साथ ही चीन पर लगातार हमला बोल रहे हैं। चीन की ओर से बयान में कहा गया कि चीन कड़े तौर पर इसकी निंदा करता है और दृढ़ता से इन आरोपों को खारिज करता है।

यूक्रेन मुद्दे पर चीन से जताई यह उम्मीद

जी-7 देशों की शिखर बैठक में यूक्रेन के राष्ट्रपति को भी आमंत्रित किया गया था। इस समिट में वे खास सुर्खियों में भी रहे। संयुक्त बयान में ये कहा गया कि उम्मीद की जाती है कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग को रोकने में चीन अपनी भूमिका निभाए। यह उम्मीद भी की गई कि जंग को रोकने के लिए चीन रूस पर प्रेशर बनाएगा।

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