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Hindi News विदेश एशिया जानें, इमरान ने ‘सुप्रीम कोर्ट’, ‘रिमोट’, ‘अफगानिस्तान’ और ‘मीडिया’ का जिक्र कर क्या कहा

जानें, इमरान ने ‘सुप्रीम कोर्ट’, ‘रिमोट’, ‘अफगानिस्तान’ और ‘मीडिया’ का जिक्र कर क्या कहा

इमरान खान ने कहा कि मैंने ड्रोन हमलों का विरोध किया, अफगानिस्तान में बातचीत का समर्थन किया, इराक में हमले का विरोध किया।

Imran Khan latest speech Pakistan Supreme Court, United States Imran Khan- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK.COM/IMRANKHANOFFICIAL Pakistan PM Imran Khan.

Highlights

  • इमरान ने कहा कि उन्होंने कई मौकों पर अमेरिका का विरोध किया, इसलिए वह विपक्ष के जरिए उन्हें हटाने की कोशिश कर रहा है।
  • मैं चाहता था कि सुप्रीम कोर्ट कम से कम इसे देखता कि बाहर से एक मुल्क पूरी साजिश करके एक सरकार को गिराता है: इमरान
  • इमरान ने अमेरिका पर हमला बोलते हुए कहा, एक आदमी रिमोट का बटन दबाता है और यहां लोग मारे जाते हैं।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार की रात राष्ट्र के नाम दिए अपने संबोधन में अमेरिका पर जमकर हमला बोला। इमरान ने कहा कि उन्होंने कई मौकों पर अमेरिका का विरोध किया, इसलिए वह विपक्ष के जरिए उन्हें हटाने की कोशिश कर रहा है। साथ ही अपने संबोधन में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मायूसी जताते हुए इमरान ने कहा कि मैं चाहता था कि सुप्रीम कोर्ट कम से कम इसे देखता कि बाहर से एक मुल्क पूरी साजिश करके एक सरकार को गिराता है।

'विरोध के चलते हटाने की कोशिश कर रहा अमेरिका'
इमरान खान ने कहा, ‘मैंने ड्रोन हमलों का विरोध किया। अफगानिस्तान में बातचीत का समर्थन किया। इराक में हमले का विरोध किया। पाकिस्तान में 400 ड्रोन हमले हुए, इसके खिलाफ मैंने ही धरने दिए थे और विरोध किया था। अमेरिका को पता है कि इमरान खान की कोई जायदाद विदेशों में नहीं है, कोई बैंक बैलेंस नहीं है। ऐसे में इमरान खान को दबाया नहीं जा सकता है। यह वजह है कि वे विपक्षी पार्टियों के जरिए हमें हटाने की कोशिश कर रहे हैं।’ 

‘रिमोट का बटन दबता है, यहां लोग मरते हैं’
इमरान ने अमेरिका पर हमला बोलते हुए कहा, ‘4000 किलोमीटर की दूरी से एक आदमी रिमोट का बटन दबाता है और यहां लोग मारे जाते हैं। पाकिस्तान में 400 ड्रोन हमले किए गए। शादियों में, मदरसों पर ड्रोन हमले किए गए। मैं अपने लोगों को कुर्बान नहीं कर सकता। 35 लाख लोगों को अपना घरबार छोड़कर जाना पड़ा। 80 हजार लोग मारे गए। डॉलर्स के लिए हमें जंग में फंसा दिया गया। अगर हम अमेरिका से पैसे लिए बिना आतंक के खिलाफ युद्ध में गए होते तो हम अफगानिस्तान में अपने भाइयों को मदद करते।’


'सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मायूसी हुई'
इमरान ने कहा, 'मैं चाहता था कि सुप्रीम कोर्ट कम से कम इसे देखता कि बाहर से एक मुल्क पूरी साजिश करके एक सरकार को गिराता है। ये इतना गंभीर आरोप था कि मैं चाहता था कि इसकी जांच हो। मुझे थोड़ी से मायूसी हुई क्योंकि ये इतना बड़ा मुद्दा है और इसमें सुप्रीम कोर्ट में कोई बात नहीं हुई। दूसरा मुझे इस बात का अफसोस हुआ कि खुले आम हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है। राजनेताओं के जमीर खरीदे जा रहे हैं, उन्हें होटल में भेड़-बकरियों की तरह बंद किया जा रहा है और उनकी कीमतें लगाई जा रही हैं।'

'मीडिया में भी पैसा चल रहा है'
हम 22 करोड़ लोग हैं, एक देश हमारे लोगों को हुक्म दे रहा है कि अगर आपका पीएम बच जाता है तो हम माफ कर देंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमे ऐसे ही जिंदगी गुजारनी है तो हम आजाद क्यों हुए थे। हमारी पार्टी से सांसदों को भी एकाएक पता चलता है कि इमरान खान बुरे आदमी हैं। मीडिया में भी पैसा चल रहा है। मीडिया भी जश्न मना रही है कि इमरान खान की सरकार काफी बुरी है।

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