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मोइज्जू ने फिर उठाया भारत विरोधी कदम, चीनी जासूसी जहाज को दी रुकने की इजाजत

चीन के नए गुलाम मालदीव ने एक बार फिर भारत के खिलाफ कदम उठाया है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू ने चीनी जासूसी जहाज को अपने देश में रुकने की अनुमति दे दी है।

मोइज्जू ने फिर उठाया भारत विरोधी कदम- India TV Hindi Image Source : FILE मोइज्जू ने फिर उठाया भारत विरोधी कदम

Maldives China: मालदीव के राष्ट्रपजि मोहम्मद मोइज्जू ने एक बार फिर भारत विरोधी कदम उठाया है। राष्ट्रपति बनते ही वे भारत के खिलाफ लगातार मुखर हैं। हालिया चीन यात्रा के बाद वे लगातार भारत विरोधी कदम उठा रहे हैं। ताजा मामले में मालदीव के राष्ट्रपति ने चीनी जासूसी जहाज को अपने देश में रुकने के लिए मंजूरी दे दी है। 

जानकारी के अनुसार मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू ने श्रीलंका के इनकार के बाद अब मालदीव में चीनी जासूसी जहाज को रुकने की मंजूरी दे दी है। यही नहीं, चीनी जासूसी जहाज हिंद महासागर में पहुंच गया है। इस जहाज का नाम शियांग यांग होंग है, जो मालदीव की राजधानी माले की ओर बढ़ रहा है। 

हिंद महासागर में जासूसी करता है चीनी जहाज

विशेषज्ञों के अनुसार चीन अपने जासूसी जहाजके जरिए हिंद महासागर में सर्वे करने की कवायदों में जुटा रहता हैै। कहने को तो चीन अपने जहाज को रिसर्च शिप कहता है, लेकिन रिसर्च के बहाने वह भारत के आसपास हिंद महासागर में जासूसी करता है। माना जा रहा है कि चीन भविष्‍य में हिंद महासागर में सैन्‍य अभियान चलाने जा रहा है और इसके लिए वह जासूसी जहाज से सर्वे कर रहा है। चीन का यह कदम भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। ओपन सोर्स इंटेलिजेंस अनैलिस्ट ने सैटलाइट तस्वीरों के आधार पर यह जानकारी दी है। ये चीनी जहाज इतने शक्तिशाली रेडॉर से लैस हैं कि वे उड़ीसा में भारतीय मिसाइलों के परीक्षण तक निगरानी कर सकते हैं।

श्रीलंका ने कर दिया था चीन को इनकार

चीन अंडमान निकोबार द्वीप समूह से लेकर दक्षिणी हिंद महासागर तक गहरे समुद्र तक की चीनी जहाज मैपिंग कर रहे हैं। इससे पहले श्रीलंका ने चीन को बड़ा झटका देते हुए अगले 1 साल तक के लिए ड्रैगन के जासूसी जहाजों को अपने यहां रुकने की मंजूरी देने से इंकार कर दिया था।

मालदीव बना चीन का नया गुलाम

चीन के इन जासूसी जहाजों का भारत और अमेरिका दोनों ने ही कड़ा विरोध किया है। भारत ने श्रीलंका और मालदीव दोनों से ही चीन को अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया था। भारत के सख्‍त रुख के बाद जहां श्रीलंका ने चीन से किनारा कर लिया है वहीं अब मालदीव चीन का नया गुलाम बन गया है। 

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