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Hindi News विदेश एशिया यह शख्स भारत से 11 हजार किलोमीटर की दूरी तय करके विंटेज कार से पहुंच गया लंदन, इतने दिन लगे

यह शख्स भारत से 11 हजार किलोमीटर की दूरी तय करके विंटेज कार से पहुंच गया लंदन, इतने दिन लगे

विंटेज कार के जरिये अहमदाबाद के एक व्यवसायी ने लंदन तक की यात्रा करके सबको हैरान कर दिया है। इस दौरान अहमदाबाद से लंदन पहुंचने में व्यवसायी ने 14 देशों से होते हुए 11 हजार किलोमीटर की दूरी तय की। रास्ते में व्यवसायी ने कहीं चिलचिलाती धूप, कहीं रेगिस्तान तो कहीं तूफान और दुर्गम पहाड़ियों का सामना भी किया।

विंटेज कार से भारत से परिवार समेत लंदन पहुंचे अहमदाबाद के व्यवसाई दमन।- India TV Hindi Image Source : FILE विंटेज कार से भारत से परिवार समेत लंदन पहुंचे अहमदाबाद के व्यवसाई दमन।
भारत के एक व्यवसायी ने कार से लंदन की यात्रा करके सबको हैरान कर दिया है। इस व्यवसायी ने अपने परिवार के साथ कार से सड़क मार्ग के जरिये अहमदाबाद से लंदन तक की यात्रा तय करके नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। अहमदाबाद से लंदन पहुंचने के लिए इस शख्स ने 14 देशों की यात्रा की और इस दौरान 11 हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की। व्यवसायी का साहस देख हर कोई आश्चर्यचकित है। मगर कार से लंदन की यात्रा व्यवसायी ने यूं ही नहीं की, बल्कि इसके पीछे एक खास वजह थी। आइए आपको पूरा मामला बताते हैं। 
 
दरअसल भारतीय शख्स ने देश की आजादी के 76 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम बनाया और अगस्त में ब्रिटेन में निर्मित विंटेज कार ‘1950 एमजी वाईटी’ पर सवार होकर विशेष एकता यात्रा का आगाज किया। व्यवसायी का सपना उस कार को उसके निर्माण स्थल तक ले जाने का था। वह परिवार समेत विंटेज कार से निकले और आखिरकार अहमदाबाद के इस व्यवसायी ने कार को उसके निर्माणस्थल इंग्लैंड वापस लाने का अपना मिशन पूरा कर लिया।
 
कार से लंदन पहुंचने वाला कौन है ये शख्स
कार से भारत से लंदन की यात्रा करने वाला यह शख्स दमन ठाकोर (50) है। वह अपने 75 वर्षीय पिता, 21 वर्षीय बेटी और दोस्तों व परिवार के साथ "लाल परी" नामक अपनी कार चलाकर 14 देशों में 11,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर मंगलवार को दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के एबिंगडन में एमजी फैक्ट्री पहुंचे। यह दौरा सरदार पटेल की जयंती पर भारत में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस पर संपन्न हुआ। ठाकोर ने महाराजा चार्ल्स तृतीय के एक प्रतिनिधि को गुजरात की ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की प्रतिकृति सौंपी।
 
कहीं मिला तूफान, रेगिस्तान तो कहीं चिलचिलाती धूप और दुर्गम पहाड़ियां
ठाकोर ने कहा कि सरदार पटेल के आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास के मूल्यों ने "टीम लाल परी" को भारत से लंदन तक का सफल सफर तय कराया। रास्ते में उन्हें दुबई और ईरान की चिलचिलाती गर्मी, ईरान के रेगिस्तान, रेतीले तूफान और दुर्गम पहाड़ी इलाकों का सामना करना पड़ा। बावजूद यात्रा को जारी रखा। महाराष्ट्र सरकार में कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने अगस्त में स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को मुंबई में प्रतीकात्मक रूप से इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी। शख्स 31 अक्टूबर को लंदन पहुंच गया। इस प्रकार उन्हें यह यात्रा तय करने में 76 दिन लगे। (भाषा) 
 
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