A
Hindi News विदेश एशिया गिरती GDP से चिंतित चीन को दुनिया से जंग का खतरा! रक्षा बजट बढ़ाने को हुआ मजबूर

गिरती GDP से चिंतित चीन को दुनिया से जंग का खतरा! रक्षा बजट बढ़ाने को हुआ मजबूर

चीन ने अपने रक्षा बजट को बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं। ऐसे समय में जब कोरोना से हाहाकार मचा और चीन की विकास दर बहुत निचले स्तर पर है, जीडीपी गिर रही है। ऐसी स्थिति में उसे अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी करने को मजबूर होना पड़ रहा है।

चीन को दुनिया से जंग का खतरा! रक्षा बजट बढ़ाने को हुआ मजबूर- India TV Hindi Image Source : FILE चीन को दुनिया से जंग का खतरा! रक्षा बजट बढ़ाने को हुआ मजबूर

China Defence Budget: रूस और कनाडा के बाद चीन दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा भौगोलिक देश है। अपनी इतनी बड़ी सीमा को दुश्मनों से बचाए रखने के लिए उसे बड़े जतन करने पड़ते हैं। क्योंकि उसके दुश्मन कोई छोटे मोटे देश नहीं, बल्कि अमेरिका, ब्रिटेन और नाटो के विकसित देश हैं। वहीं क्वाड के देशों से भी उसे हिंद प्रशांत महासागर में खतरा बना हुआ है। आस्ट्रेलिया, जापान भी चीन को बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं। इन सबके बीच दक्षिण चीन सागर के आसपास के छोटे देश भी चीन के आंखों की किरकिरी बने हुए हैं। ऐसे में आने वाले समय में गंभीर जंग के संभावित खतरे को देखते हुए चीन की मजबूरी हो गई है कि वह अपना रक्षा बजट बढ़ाए। चीन ने अपने रक्षा बजट को बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं। ऐसे समय में जब कोरोना से हाहाकार मचा और चीन की विकास दर बहुत निचले स्तर पर है, जीडीपी गिर रही है। ऐसी स्थिति में उसे अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी करने को मजबूर होना पड़ रहा है। 

आज से शुरू हुआ चीन का बजट सत्र

इसी बीच चीन ने अपने वार्षिक संसद सत्र से पहले जटिल सुरक्षा चुनौतियों का हवाला देते हुए शनिवार को अपना रक्षा बजट बढ़ाने का संकेत दिया। संसद सत्र के दौरान प्रधानमंत्री ली कचियांग के उत्तराधिकारी के नाम समेत नये मंत्रियों की जानकारी सामने आ सकती है। शीर्ष सलाहकार निकाय चाइनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कन्सलटेटिव कॉन्फ्रेंस (सीपीपीसीसी) की बैठक के साथ ही शनिवार को चीनी संसद का बजट सत्र शुरू हुआ। 

एक सप्ताह तक चलेगा सत्र, 5 हजार से ज्यादा प्रतिनिध लेंगे हिस्सा

वहीं, राष्ट्रीय विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की बैठक रविवार से शुरू होगी। सप्ताहभर से अधिक समय तक चलने वाले सत्रों में 5,000 से अधिक प्रतिनिधि और सलाहकार भाग लेंगे, जिसके दौरान चीन औपचारिक रूप से अपने नए मंत्रिमंडल और शीर्ष आधिकारिक नेतृत्व की घोषणा करेगा। 

संभावना जताई जा रही है कि इस दौरान चीनी प्रधानमंत्री ली के उत्तराधिकारी के तौर पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग के करीबी ली कियांग का नाम घोषित किया जा सकता है। राष्ट्रपति शी (69) को छोड़कर सभी शीर्ष नेताओं को हर 10 साल में नेतृत्वकारी टीम बदलने की परंपरा के तहत बदला जाएगा। 

इतना हो जाएगा चीन का रक्षा बजट

एनपीसी के सत्र की शुरुआत से पहले प्रवक्ता वांग चाओ ने देश के रक्षा बजट में वृद्धि का संकेत दिया, जो पिछले साल 7.1 प्रतिशत की वृद्धि के बाद कुल 230 अरब डॉलर था। अमेरिका का रक्षा बजट 777.1 अरब डॉलर है, जिसके बाद चीन का रक्षा बजट दूसरा सबसे बड़ा रक्षा खर्च है। वांग ने बजट की राशि का खुलासा नहीं करते हुए कहा कि रविवार को एनपीसी में औपचारिक रूप से इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।

Also Read:

'यूपी में बुलडोजर चलता रहेगा, माफिया पनपेगा तो मिट्टी में मिला देंगे', योगी सरकार के मंत्री असीम अरूण का बयान

जंग के एक साल में लगे 10 हजार से ज्यादा प्रतिबंध, फिर भी ताकत के साथ खड़ा है रूस, जानिए कैसे?

गिरती GDP से चिंतित चीन को दुनिया से जंग का खतरा! रक्षा बजट बढ़ाने को हुआ मजबूर

Latest World News