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Hindi News विदेश यूरोप युद्ध लड़ते-लड़ते खत्म हो गए यूक्रेन के हथियार, जेलेंस्की ये मांग लेकर पहुंचे US के द्वार

युद्ध लड़ते-लड़ते खत्म हो गए यूक्रेन के हथियार, जेलेंस्की ये मांग लेकर पहुंचे US के द्वार

रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच सबसे बड़ी खबर ये है कि यूक्रेन के पास हथियारों का भंडार खत्म हो चुका है। ऐसे में अब उसके बाद जंग लड़ने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की कमी होने लगी है। लिहाजा अब जेलेंस्की की टेंशन बढ़ गई है। वह हथियार मांगने फिर से अमेरिका के पास पहुंच गए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की। - India TV Hindi Image Source : AP अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की।
रूस और यूक्रेन में जंग के 22 महीने हो चुके हैं। मगर अभी तक इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका है। इधर युद्ध लड़ते-लड़ते अब यूक्रेन के हथियार खत्म हो चुके हैं। ऐसे में यूक्रेनी सैनिकों का हौसला टूटने लगा है। नाजुक परिस्थितियों के बावजूद अब यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को हथियार देना या तो बहुत कम कर दिया है या फिर बंद कर दिया है। ऐसे में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की चिंताएं बढ़ गई हैं। रूस से जंग में टिके रहने के लिए अब यूक्रेन को फिर भारी संख्या में हथियार और गोला-बारूद की जरूरत है। ऐसे में जेलेंस्की एक बार फिर अमेरिका के द्वार पहुंच गए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय देशों द्वारा मदद करने में असमर्थता की एक वजह उनके खुद के हथियार भंडारों में कमी आ जाना है।
 
जेलेंस्की ने रूस के आक्रमण से खुद की रक्षा करने और उससे मुकाबला करने के लिए अमेरिकी कांग्रेस से अधिक सहायता को मंजूरी देने की अपील की और कहा कि उनका देश ‘अपनी आजादी और आपके’ लिए लड़ रहा है। कैपिटल हिल (संसद भवन)में घंटों बातचीत के बाद जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके सहयोगियों के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात की। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन के खिलाफ जंग शुरू करने के बाद अमेरिका यूक्रेन को अब तक 111 अरब अमेरिकी डॉलर प्रदान कर चुका है। जेलेंस्की अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर थे, हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि वह सहायता पर राजनीतिक गतिरोध को दूर करने में सक्षम रहें या नहीं।

रूस के साथ जंग दूसरे विश्वयुद्ध के बाद सबसे बड़ा युद्ध

जेलेंस्की ने कहा, ‘‘लगभग दो वर्षों से हम युद्ध कर रहे हैं। यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सबसे बड़ा युद्ध है, जिसमें हम अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं।’ उन्होंने कहा ‘पुतिन चाहे जो भी कोशिश करें, उन्हें अभी तक जीत नहीं मिली है।’’ इससे पहले ओवल ऑफिस में जेलेंस्की के साथ बैठक के दौरान बाइडन ने कांग्रेस से ‘‘सही काम करने, यूक्रेन के साथ खड़े रहने और स्वतंत्रता के लिए खड़े होने का आह्वान किया।’’ इस बीच यूरोप के 130 से अधिक वरिष्ठ सांसदों ने एक पत्र पर हस्ताक्षर कर अमेरिकी सांसदों से यूक्रेन के लिए अपना समर्थन जारी रखने का आग्रह किया। ​ (एपी) 

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