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Russia-Ukraine War: यूक्रेनी परमाणु संयंत्र आपात तरीके से काम कर रहा है, जानें रूस को क्या हो सकती है दिक्कत

Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के खत्म होने की कोई सीमा दिखाई नहीं दे रही है। रूस के हमले में यूक्रेन के परमाणु संयंत्रों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। अब खबर है कि यूक्रेन ने धीरे-धीरे फिर अपने एक परमाणु संयंत्र का संचालन शुरू कर दिया है। इससे रूस की चिंता बढ़ने लगी है।

Russia-Ukraine War- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Russia-Ukraine War

Highlights

  • यूक्रेन ने रूस के नियंत्रण में रहे परमाणु संयंत्र का संचालन शुरू किया
  • बमबमारी में बर्बाद यूक्रेन के परमाणु संयंत्रों का एक समय था रूसी सैनिकों का कब्जा
  • यूक्रेन धीरे-धीरे अपनी स्थिति को मजबूत कर बढ़ा रहा अपने सैनिकों का हौसला

Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के खत्म होने की कोई सीमा दिखाई नहीं दे रही है। रूस के हमले में यूक्रेन के परमाणु संयंत्रों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। अब खबर है कि यूक्रेन ने धीरे-धीरे फिर अपने एक परमाणु संयंत्र का संचालन शुरू कर दिया है। इससे रूस की चिंता बढ़ने लगी है। दरअसल परमाणु संयंत्र यूक्रेन की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के साथ ही साथ उसके लिए सुरक्षा के बड़े कवच भी हैं। इसलिए यूक्रेन रूस के हमले में बर्बाद हुए अपने परमाणु संयंत्रों की फिर से हिफाजत करने में जुट गया है।

अगर यूक्रेन अपने परमाणु संयंत्रों को फिर से पूरी तरह सुचारू कर पाया तो इससे उसके रुके हुए ऊर्जा संबंधी कार्यों में तेजी तो आएगी ही साथ ही यह रूस के लिए चिंता का सबब भी बनेगा। इससे रूस पर एक मानसिक दबाव बनेगा। वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन का आत्मबल बढ़ेगा। यूक्रेन भले ही रूस के मुकाबले छोटा देश है, लेकिन नाटो और अमेरिका की मदद से वह रूस से बेहद मजबूती के साथ लड़ रहा है। धीरे-धीरे यूक्रेन रूस के कब्जे वाले अपने इलाकों को एक-एक करके मुक्त कराने का दावा भी कर रहा है। इससे रूस और उसके सैनिकों के बीच हताशा बढ़ रही है। 

रूसी सेना के नियंत्रण से मुक्त हुआ जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र
यूक्रेन-रूस युद्ध की चपेट में आये यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र अधिक जोखिम के साथ आपात तरीके से काम कर रहा है। यूक्रेन के सरकारी परमाणु ऊर्जा ऑपरेटर ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। छह-रिएक्टर वाला जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र फरवरी में शुरू हुए युद्ध की शुरुआत में रूसी सेना के नियंत्रण में आ गया था, लेकिन यूक्रेनी कर्मचारियों द्वारा इसका संचालन किया जा रहा है। इस संयंत्र और आसपास के क्षेत्रों में बार-बार गोलाबारी हुई है और इसके लिए रूस और यूक्रेन एक-दूसरे की सेना पर दोष लगाते रहे हैं। संयंत्र को यूक्रेनी बिजली ग्रिड से जोड़ने वाली आखिरी बिजली लाइन सोमवार को काट दी गई थी और संयंत्र में बिजली का बाहरी स्रोत नहीं रह गया था और संयंत्र में छह रिएक्टरों में से केवल एक से सुरक्षा प्रणालियों के लिए बिजली प्राप्त हुई जिससे इसका संचालन हो रहा है। 

रूसी बमबारी से बर्बाद हुई बाहरी लाइनों की मरम्मत असंभव
देश के परमाणु ऊर्जा ऑपरेटर ‘एनरगोएटम’ ने शुक्रवार को कहा कि गोलाबारी के कारण बाहरी लाइनों की मरम्मत असंभव है। ‘एनरगोएटम’ के प्रमुख पेट्रो कोटिन ने शुक्रवार को यूक्रेनी टीवी को बताया, ‘‘संयंत्र से रूसियों की वापसी और इसके चारों ओर एक सुरक्षा क्षेत्र के निर्माण से जापोरिज्जिया एनपीपी में स्थिति सामान्य हो सकती है।’’ दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन के कुछ हिस्सों में और उत्तरी क्षेत्र में शुक्रवार को लड़ाई जारी रही। सुमी क्षेत्र के गवर्नर दिमित्रो लेवित्स्की ने कहा कि रूसी विमानों ने रूस के साथ लगती सीमा पर वेलिका यसारिव्का शहर में अस्पताल पर बमबारी की। उन्होंने बताया कि इसमें इमारत नष्ट हो गई और कई लोग हताहत हुए। क्षेत्रीय गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव के अनुसार खारकिव क्षेत्र में गोलाबारी में चार लोग मारे गए।

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