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अमेरिका ने चीन को दी चेतावनी, कहा- हमारी कंपनियों के रास्ते में मत आओ

अमेरिका ने विवादित दक्षिण चीन सागर में तनाव बढ़ाने वाली चीनी गतिविधियों की गुरुवार को आलोचना की है।

Donald Trump and Xi Jinping | AP- India TV Hindi Donald Trump and Xi Jinping | AP

वॉशिंगटन: अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर अब धीरे-धीरे और तेज होता जा रहा है। इसके अलावा दक्षिण चीन सागर पर अधिकार को लेकर भी दोनों देशों के रिश्तों में खटास रही है। अब अमेरिका ने विवादित दक्षिण चीन सागर में तनाव बढ़ाने वाली चीनी गतिविधियों की गुरुवार को आलोचना की है। अमेरिका ने कहा है कि चीन ने वियतनाम से लगे जलक्षेत्र में इस महीने की शुरुआत में सशस्त्र सैनिकों के साथ फिर से एक पोत तैनात किया है। अमेरिका ने कहा है कि यदि चीन नहीं माना तो वह भी अपनी नौसेना को क्षेत्र में भेज सकता है।

‘चीन के दखल से चिंतित है अमेरिका’
आपको बता दें कि इस मसले पर वियतनाम ने कहा है कि यह जल क्षेत्र विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) है, वहीं चीन इस इलाके पर अपना एकाधिकार स्थापित करना चाहता है। माना जा रहा है कि इस क्षेत्र को EEZ कहना संसाधन बहुल दक्षिण चीन सागर में अधिकारों को लेकर चीन और वियतनाम के बीच विवाद को तूल दे सकता है। इस बीच अमेरिका की विदेश विभाग प्रवक्ता मार्गन ओर्तगुस ने कहा, ‘अमेरिका इस बात से बहुत चिंतित है कि चीन वियतनाम के ईईजेड की तेल एवं गैस गतिविधियों में दखल देना जारी रखे हुए है।’ 

‘हमारी कंपनियों की कोशिशों में बाधा न डाले चीन’
मार्गन ओर्तगुस ने एक बयान में कहा है कि सर्वे पोत को तैनात करना दक्षिण चीन सागर में अन्य दावेदारों को चीन द्वारा भड़काने की कोशिश है। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता ने कहा कि चीन की हरकत क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा की अनदेखी करता है। उन्होंने बीजिंग को चेतावनी देते हुए कहा कि वह क्षेत्र में अन्य देशों के साथ अमेरिकी तेल एवं गैस कंपनियों की साझेदारी की कोशिशों में बाधा नहीं डाले वर्ना उसे अपनी नौसेना को भेजना होगा। माना जा रहा है कि आगे चलकर यदि यह मामला सुलझाया नहीं गया तो दोनों देशों के रिश्तों में और भी ज्यादा खटास आ सकती है।

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