नयी दिल्ली: वाहन कंपनियों रेनो तथा किआ इंडिया ने शुक्रवार को वाहन कबाड़ नीति पेश किए जाने का स्वागत करते हुए इसे वाहन उद्योग के लिये पासा पलटने वाला करार दिया। इन कंपनियों ने कहा है कि इससे क्षेत्र में नया निवेश लाने में मदद मिलेगी और साथ ही कच्चे माल की लागत में कमी आएगी। फ्रांसीसी कार कंपनी रेनो ने कहा कि इस नीति से किसी सामान को कबाड़ करने की पुरानी नीति में बदलाव लाने में काफी मदद मिलेगी। पुरानी नीति कभी-कभी उत्पादकता की दृष्टि से प्रतिकूल साबित होती थी।
रेनो इंडिया के भारतीय परिचालन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक वेंकटराम मामिलापल्ले ने बयान में कहा कि नई नीति की काफी समय से प्रतीक्षा थी। इससे वाहन उद्योग को समर्थन मिलेगा। यह सभी के लिए फायदे की स्थिति होगी। उन्होंने कहा कि इससे अधिक निवेश लाने में मदद मिलेगी और साथ ही कच्चे माल की लागत को कम किया जा सकेगा। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय वाहन कबाड़ नीति का शुभारंभ किया।
मोदी ने कहा कि इससे अयोग्य तथा प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को हटाने में मदद मिलेगी। मामिलापल्ले ने कहा कि कबाड़ नीति से अनिवार्य रूप से पुन:चक्रीकरण तथा नए वाहनों के उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा। इसी तरह किआ इंडिया के उपाध्यक्ष एवं प्रमुख (बिक्री एवं विपणन) हरदीप सिंह बरार ने कहा कि यह नीति पासा पलटने वाली साबित हो सकती है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सिर्फ पर्यावरणनुकूल और सुरक्षित वाहन ही देश की सड़कों पर दौड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम सरकार के इस कदम का स्वागत करते हैं। इससे नई कारों की मांग बढ़ेगी।