नई दिल्ली। भारतीय टेक ग्रेजुएट्स के लिए प्रोफेशनल लर्निंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रैनोसिस टेक्नोलॉजीज़ ने बीकानेर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (बीटीयू) के साथ आउटसिस्टम एजुकेशन प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल के तहत रैनोसिस बीटीयू के छात्रों को आउटसिस्टम में कौशल हासिल करने में मदद करेगा जोकि दुनिया में प्रमुख लो-कोड एप डेवेलपमेंट प्लेटफॉर्म्स में से एक है।
आउटसिस्टम दुनिया भर में मोबाइल और वेब एप बनाने के लिए एक प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म है। पिछले कई वर्षों में कंपनी ने कई बड़े संगठनों को ऐसे समाधान पेश करके इंटरप्राइज़-ग्रेड एप बनाने में मदद की है, जिन्हें मौजूदा व्यापार प्रणालियों के साथ आसानी से एकीकृत किया जा सकता है।
विश्व स्तर पर कुशल आउटसिस्टम्स प्रोफेशनल की बड़ी मांग है। गार्टनर की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2024 तक लो-कोड डेवेलपर्स प्लेटफॉर्म दुनिया के सभी उद्यमों में 65 प्रतिशत से ज्यादा को मदद करेगा। इस प्रोटोकॉल के माध्यम से बीटीयू को भारत का पहला विश्वविद्यालय होने का गौरव प्राप्त होगा, जिसके पास इस तरह का अनूठा कार्यक्रम होगा।
आउटसिस्टम शिक्षा प्रोटोकॉल बीटीयू छात्रों को एक एकीकृत पाठ्यक्रम, पेशेवर मार्गदर्शन और प्रशिक्षण सामग्री तक पहुंच बनाने में मदद करेगा। इसके अतिरिक्त इससे आउटसिस्टम के ग्राहकों और भागीदारों के साथ संबद्धता भी प्राप्त करेंगे जो वैश्विक स्तर पर उनके लिए आकर्षक रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करेंगे।