नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने गांधी जयंती के अवसर पर अगले 12 महीने में संगठन को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त बनाने की प्रतिबद्धता जताई है। बैंक ने बयान में कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान और 2022 तक प्लास्टिक के इस्तेमाल को पूरी तरह से खत्म करने की राष्ट्रीय प्रतिबद्धता से जुड़ा़ है।
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि एसबीआई अगले 12 महीनों में चरणबद्ध तरीके से कदम उठाकर प्लास्टिक मुक्त बनेगा। सभी कार्यालयों और बैठकों में पेट बोतल की जगह वॉटर डिस्पेंसर का इस्तेमाल होगा। बैंक प्लास्टिक की जगह गत्ता फोल्डर का उपयोग करना शुरू करेगा।
उन्होंने कहा कि बैंक अपनी कैंटीन में प्लास्टिक के छुरी-कांटे और कंटेनर की जगह प्राकृतिक रूप से नष्ट होने वाले पदार्थों से बने उत्पाद का उपयोग करेगा। बैंक ने मंगलवार को स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देते हुए पहला इलेक्ट्रिक वाहन खरीदा और 2030 तक सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहन से बदलने की घोषणा भी की।
सरकार के स्वच्छता ही सेवा अभियान में भाग लेते हुए पंजाब नेशनल बैंक और एचडीएफसी बैंक समेत कई बैंकों ने सफाई अभियान चलाया। एचडीएफसी बैंक ने अपने मौजूदा स्वच्छता और आप कार्यक्रम के तहत कुछ नई पहल भी शुरू कीं। एचडीएफसी बैंक के एमडी आदित्य पुरी ने कहा कि एक स्वच्छ राष्ट्र से अधिक अपने आप को दिया जाने वाला कोई बेहतर उपहार नहीं हो सकता। सामाजिक उत्तरदायित्व कॉरपोरेट नागरिक होने के नाते यह हमारा कर्तव्य है कि हम इस दिशा में काम करें।