
Second lockdown detrimental for economy, labourers started planning their return journeys
नई दिल्ली। देश में एक बार फिर से कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच निप्पन पेंट इंडिया ने गुरुवार को कहा कि यदि देश में दोबारा से राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाया जाता है, तो इससे न केवल इंडस्ट्री को बल्कि अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचेगा। कंपनी ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र अभी भी पिछले लॉकडाउन के प्रभाव से बाहर नहीं निकल पाया है। श्रमिक डरे हुए हैं और दूसरे लॉकडाउन की संभावना के बीच उन्होंने दोबारा घर लौटने की योजना बनानी शुरू कर दी है, क्योंकि पिछले लॉकडाउन की डरावनी यादें आज भी उनके दिमाग में ताजी हैं।
निप्पन पेंट इंडिया के अध्यक्ष (ऑटोमोटिव रिफिनिशेस एंड वुड कोटिंग्स) शरद मल्होत्रा ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ चुकी है ऐसे में दूसरा लॉकडाउन अगर लगाया जाता है तो इससे न केवल इंडस्ट्री को बल्कि अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचेगा। कोविड-19 की दूसरी लहर और संभावित दूसरा लॉकडाउन चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि देश का विनिर्माण क्षेत्र अभी भी पहले लॉकडाउन के असर पर पूरी तरह नहीं उबर पाया है।
मल्होत्रा ने कहा कि सप्लाई चेन अभी भी पूरी तरह से रिकवर नहीं हो पाई है और दूसरे लॉकडाउन की संभावना के बीच इमें इसे रिकवर होने के लिए और 6-9 माह तक इंतजार करना होगा। उन्होंने कहा कि श्रमिक डरे हुए हैं और दूसरे लॉकडाउन की संभावना के बीच उन्होंने अपने घर लौटने की योजना बनानी भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इन सभी कारणों की वजह से पहली तिमाही की बिक्री भी कुछ खास अच्छी नहीं रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार सुबह तक भारत में एक दिन में 1,26,789 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं। देश में इस समय एक्टिव मामलों की संख्या भी बढ़कर 9 लाख से अधिक हो गई है। देश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 1,66,862 हो गई है। दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब, झारखंड आदि राज्यों ने नाइट कर्फ्यू और वीकएंड लॉकडाउन सहित कई उपायों की घोषणा की है।