अडाणी ग्रुप ने फिर शानदार कारनामा किया है। ग्रुप ने समय से पहले ही भारी भरकम कर्ज का पूर्ण भुगतान कर दिया है। आपको बता दें कि अडाणी ग्रुप ने 2.15 अरब अमेरिकी डॉलर का मार्जिन लिंक्ड शेयर बैक्ड फाइनेंसिंग (स्टॉक के बदले में लिया पैसा) का समय से पहले ही पूरा भुगतान कर दिया है। अडाणी ग्रुप के पास इस कर्ज को चुकाने के लिए 31 मार्च तक की समयसीमा थी लेकिन काफी पहले ही इस कर्ज को चुका दिया है। यह कदम ग्रुप की ओर से साख वापसी को लेकर उठाए गए कदम के तौर पर देखा जा रहा है। इसके अलावा इसके अलावा, प्रमोटरों ने अंबुजा अधिग्रहण वित्तपोषण के लिए ली गई 50 करोड़ डॉलर की सुविधा का भी समय से पहले भुगतान कर दिया है। यह इक्विटी अंशदान बढ़ाने के लिए प्रवर्तकों की प्रतिबद्धता के अनुरूप है और प्रवर्तकों ने अब अंबुजा और एसीसी के लिए 6.6 अरब डॉलर के कुल अधिग्रहण मूल्य में से 2.6 अरब डॉलर का निवेश किया है। ग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 2.65 अरब डॉलर का पूरा पूर्व भुगतान 6 सप्ताह के भीतर पूरा हो गया है, जो मजबूत प्रबंधन और ग्रुप की मजबूती का संकेत देता है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद आई थी बड़ी बिकवाली
अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट 24 जनवरी को आई थी। उसके बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में जबर्दस्त बिकवाली का सिलसिला चला था। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में अडाणी समूह पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे। इसके बाद समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में भारी गिरावट आई थी। अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च के इन आरोपों के जवाब में रविवार शाम को 413 पृष्ठों का ‘स्पष्टीकरण’ जारी किया था। हालांकि, अब अडाणी ग्रुप की कंपनियों में फिर तेजी लौट आई है। ग्रुप की ओर से कर्ज डिफॉल्ट की किसी भी आशंका को खत्म करने के बाद निवेशकों का भरोसा फिर से बहाल हुआ है और शेयरों में खरीदारी लौटी है।
आज ग्रुप कंपनियों के शेयरों में दिख सकती है तेजी
अडाणी ग्रुप की ओर से समय से पहले कर्ज भुगतान से निवेशकों में फिर भरोसा बहाल हो रहा है। ऐसे में ग्रप कंपनियों के शेयरों में आज तेजी देखने को मिल सकती है। बीते कुछ दिनों में ग्रुप कंपनियों के शेयरों में खरीदारी लौटने से गौतम अडाणी की संपत्ति भी बढ़ी है। वह अमीरों की सूची में फिर से 21वें स्थान पर लौट आए हैं।