अगर आप बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए खिलौने (Toys)की मैनुफैक्चरिंग का कारोबार (Toys Manufacturing Business) एक गुड आइडिया साबित हो सकता है। यह कारोबार कमाई भी अच्छी कराता है। अगर आप इसमें रुचि रखते हैं तो आप इस पर विचार कर सकते हैं। इसके लिए कम पूंजी में भी शुरुआत की जा सकती है। आने वाले समय में खिलौनो की डिमांड तेज होने वाली है। badabusiness की खबर के मुताबिक, राष्ट्रीय निवेश संवर्धन एवं सुविधा एजेंसी की मानें तो भारत में खिलौने (Toys Manufacturing) की इंडस्ट्री 1.5 अरब डॉलर का है। अनुमान है कि साल 2024 में देश में यह कारोबार 2-3 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा। ऐसे में आप अगर पहल करें तो शानदार कमाई कर सकते हैं। आइए जान लेते हैं इससे जुड़ी जरूरी बातें, ताकि आपको इसमें मदद मिल सके।
सबसे पहले मार्केट रिसर्च करें
खिलौना मैनुफैक्चरिंग कारोबार शुरू करने की प्लानिंग से पहले मार्केट रिसर्च करना जरूरी है। पर्याप्त और अच्छी तरह किए गए रिसर्च से आपको अपना बिजनेस (Toys Manufacturing Business) मॉडल तैयार करने में मदद मिलेगी। इससे आप अपने कॉम्पिटीटर और टारगेट ऑडिएंस से काफी कुछ सीखते हैं।
इनोवेटिव प्रोडक्ट्स लाएं
मार्केट में चूकि कॉम्पिटीशन जबरदस्त है तो इसके लिए आपको इनोवेटिव प्रोडक्ट्स लाने पर विचार करना चाहिए। इससे आपके खिलौनों की डिमांड बनी रहेगी। खिलौनों की कुछ अलग हटकर डिजाइन और फीचर्स पर काम करना चाहिए, ताकि कस्टमर्स उस वजह से आपके प्रोडक्ट्स खरीदने आएं। यह आपको बाकी कॉम्पिटीटर से अलग कर देंगे।
रॉ मटीरियल
खिलौना बनाने का मैनुफैक्चरिंग (Toys Manufacturing Business) प्रोसेस बहुत आसान है। आपको बेसिक रॉ मटीरियल की जरूरत होती है। जैसे आपको पैटर्न, फैब्रिक कटिंग, मोल्ड मेकिंग, स्टफिंग के लिए फाइबर, सिलाई मशीन और आई और नोज पिंचिंग की जरूरत होती है।
अगर आप सिर्फ स्टफ खिलौने की मैनुफैक्चरिंग करना चाहते हैं, तो आपको प्रीमियम क्वालिटी के रॉ मटीरियल और एक सिलाई मशीन की जरूरत होगी। लेकिन, अगर आप एक मैनुफैक्चरिंग यूनिट सेट अप करना चाहते हैं, तो आपको पहले एक जगह का चुनाव करना होगा। आखिर में आपको खिलौने बनाने वाली मशीनरी सेट अप करने की जरूरत होगी।
ये मशीन और उपकरण की होगी जरूरत
खिलौने की मैनुफैक्चरिंग यूनिट (Toys Manufacturing Business) के लिए डिजिटल मल्टीमीटर, टेम्प कंट्रोल्ड, ड्रिलिंग मशीन, एलसीआर मीटर, एनालॉग मीटर, टूल किट, इलेक्ट्रॉनिक स्क्रूड्राइवर, कम्बाइंड सोल्डरिंग डीसोल्डरिंग स्टेशन, हाई स्पीड मिनी ड्रील सेट, डिजिटल स्टोरेज ओसिलोस्कोप टूल्स, इक्विपमेंट और डाइज की जरूरत होगी। साथ ही एक बात ध्यान रहे कि आपको अपने यूनिट को आग से बचाने के लिए फायर प्रोटेक्शन सिस्टम भी सेटअप करना होगा। अगर आप भारत में खिलौनो (Toys) के स्टोर शुरू करना चाहते हैं तो आपको शुरू में करीब 2 से 5 लाख रुपये तक की पूंजी की जरूरत पड़ेगी।