दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरामको (Saudi Aramco) जल्द ही भारत में एंट्री मारेगी। कंपनी से जुड़े सूत्रों से यह जानकारी दी है। जानकारी के अनुसार, अरामको अकेले या ज्वाइंट वेंचर के जरिये भारतीय बाजार में दस्तक दे सकती है। कंपनी भारत में अपने कारोबार को लेकर अभी रूपरेखा तैयार कर रही है। इसके लिए कंपनी अभी भारतीय पेट्रोलियम मार्केट के साइज, डिमांड, पहले से इस सेक्टर में काम कर रही सरकारी और प्राइवेट सेक्टर की ऑयल कंपनियों के बिजनेस मॉडल को लेकर रिसर्च कर रही है। कंपनी की योजना भारत में लो कार्बन उत्सर्जन मॉडल को अपनाकर अपनी अलग आइडेंटिटी क्रिएट करने की है।
देश में भारी-भरकम निवेश की तैयारी
कंपनी से जुड़े सूत्रों का कहना कि अरामको दुनिया के कई देशों में अपने कारोबार को विस्तार देने की तैयारी में है। इसके लिए कंपनी ने करीब 150 बिलियन डॉलर का शुरुआती फंड एलोकेट किया है। अगर भारत की बात की जाए तो कंपनी यहां के मार्केट साइट को देखते हुए इस फंड का 20 से 25 फीसदी रकम निवेश कर सकती है।
भारतीय उपभोक्ताओं को होगा फायदा
एनर्जी सेक्टर के एक्सपर्ट का कहना है कि अगर भारतीय बाजार में अरामको जैसी दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी की एंट्री होती है तो इसका सबसे बड़ा फायदा भारतीय उपभोक्ताओं को मिलेगा। मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से उनको बेहतर क्वालिटी के ऑयल प्रोडक्ट मिलेंगे। साथ ही कीमत के फ्रंट पर भी कंपनियों पर दबाब बढ़ेगा। इसका फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा।
कंपनी का AI और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी पर जोर
आपको बता दें कि अरामको ने 2023 में 121.3 अरब डॉलर का मुनाफा दर्ज किया है। हालांकि, यह 2022 के मुनाफे के मुकाबले 25 प्रतिशत कम था। पिछले साल कंपनी को 161 अरब डॉलर का मुनाफा हुआ था। इसके बाद कंपनी ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। अब कंपनी अपने काम में AI और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी को अपनाने पर जोर दे रही है। कंपनी अपने अपरेशन को बेहतर बनाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ड्रोन और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी को अपना रही है। भविष्य की जरूरतों के मुताबिक कंपनी पेट्रोयिम के अलावा ट्रांसपोर्टेशन, रिन्यूएबल एनर्जी जैसे उभरते बाजार में कदम रखने की फुलप्रूफ तैयारी कर चुकी है।