जापान की कंपनी सॉफ्टबैंक ने शुक्रवार को जोमैटो में 1,128 करोड़ रुपये की अपनी 1.1 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी। इस सौदे के बाद जोमैटो का शेयर एनएसई पर 1.27 प्रतिशत गिरकर 120.15 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ। सीएनबीसी टीवी18 की खबर के मुताबिक, जोमैटो के शेयर खरीदारों में इनवेस्को म्यूचुअल फंड (एमएफ), सुंदरम एमएफ, एडलवाइस एमएफ, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस, गोल्डमैन सैक्स (सिंगापुर), मॉर्गन स्टेनली एशिया सिंगापुर, सोसायटी जेनरल, बीएनपी परिबा आर्बिट्रेज, कॉप्थल मॉरीशस इन्वेस्टमेंट और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इन्वेस्टमेंट व अन्य शामिल थे।
अब इतनी ही रह गई हिस्सेदारी
खबर के मुताबिक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को मिले आंकड़ों के मुताबिक, सॉफ्टबैंक की सहयोगी एसवीएफ ग्रोथ (सिंगापुर) प्राइवेट ने जोमैटो में 1.08 प्रतिशत हिस्सेदारी के तहत 9,35,69,368 शेयर बेचे। शेयर औसतन 120.50 रुपये की कीमत पर बेचे गए। इससे कुल मिलाकर डील का आकार 1,127.51 करोड़ रुपये हो गया। इस सौदे के बाद जोमैटो में सॉफ्टबैंक की हिस्सेदारी 2.17 प्रतिशत से घटकर 1.09 प्रतिशत रह गई है।
अक्टूबर में भी बेची थी हिस्सेदारी
सॉफ्टबैंक ने इससे पहले अक्टूबर में भी जोमैटो की 1.09 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,040 करोड़ रुपये में बेची थी। उससे पहले अगस्त में, ऑनलाइन मंच में 1.16 प्रतिशत हिस्सेदारी 947 करोड़ रुपये में बेची थी। बता दें, अगस्त 2022 में ब्लिंकिट का अधिग्रहण करने के बाद सॉफ्टबैंक ने शुरुआत में ज़ोमैटो शेयरों का अधिग्रहण किया था। इन शेयरों के लिए 12 महीने की लॉक-इन अवधि इस साल अगस्त में खत्म हो गई, जिससे सॉफ्टबैंक को ऑफलोडिंग प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रेरित किया गया।
ज़ोमैटो ने सितंबर तिमाही के लिए 36 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। यह पिछले वर्ष की समान तिमाही के दौरान 251 करोड़ के शुद्ध घाटे के बिल्कुल उलट है। पिछले साल की समान तिमाही में जोमैटो ने 251 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। इस अवधि के लिए राजस्व साल-दर-साल 72 प्रतिशत बढ़कर 1,661 करोड़ से 2,848 करोड़ रुपये हो गया।