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Hindi News बिहार 'अटल-आडवाणी-जोशी के वक्त मेरी हर बात मानी जाती थी', बिहार विधानसभा में बोले नीतीश

'अटल-आडवाणी-जोशी के वक्त मेरी हर बात मानी जाती थी', बिहार विधानसभा में बोले नीतीश

Nitish Kumar: नीतीश कुमार ने कहा कि हम 2013 में क्यों अलग हुए यह भी जान लीजिए। अटल जी, आडवाणी जी, मुरली मनोहर जोशी जी सभी आप ही के पार्टी के नेता थे। यह सभी मेरी बात सुनते थे और मानते थे।

Nitish Kumar- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Nitish Kumar

Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बिना नाम लिए आज केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। बिहार विधानसभा में उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी केवल हिंदू-मुसलमान कर रही है, वह सिर्फ प्रचार-प्रसार में एक्सपर्ट है। नीतीश ने कहा कि बीजेपी में अच्छे लोगों के लिए जगह नहीं है, केवल अनाप-शनाप बोलने वालों को दिल्ली से मौका मिलता है। नीतीश ने कहा कि हमें किसी ने नहीं, जनता ने मुख्यमंत्री बनाया।

'अटल-आडवाणी-जोशी के वक्त मेरी हर बात मानी जाती थी'
विश्वास मत पर चर्चा के बाद सदन को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा, ''वाजपेयी, आडवाणी और जोशी जैसे नेताओं ने मेरे साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया, उनके वक्त मेरी हर बात मानी जाती थी। हमने हाशिये पर डाले जाने के विरोध में 2013 में भाजपा से नाता तोड़ा था, आज दिल्ली से जो कुछ किया जा रहा है वह प्रचार है।'' नीतीश कहा कि आज की सरकार का कुछ नहीं है। हम 2013 में क्यों अलग हुए यह भी जान लीजिए। अटल जी, आडवाणी जी, मुरली मनोहर जोशी जी सभी आप ही के पार्टी के नेता थे। यह सभी मेरी बात सुनते थे और मानते थे।

बीजेपी ने सुशील कुमार मोदी को डिप्टी सीएम नहीं बनाया- नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा कि सुशील कुमार मोदी को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया, प्रेम कुमार को मंत्री नहीं बनाया। राम नारायण मंडल विनोद नारायण झा और भी कई लोग उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। पहले वाले मात्र 2 लोगों को मंत्री बनाया गया। पहले नंदकिशोर यादव को भी मंत्री बनाने की बात थी बाद में उनको भी बीजेपी ने मंत्री नहीं बनाया।

नीतीश का BJP पर हमला- बताइए, आजादी की लड़ाई में कहां थे?
बीजेपी से अलग होने पर नीतीश कुमार ने कहा, ''देशभर से मुझे फोन आ रहे हैं। दिल्ली से सिर्फ प्रचार-प्रसार हो रहा है। रोज रोज केवल प्रचार हो रहा है और काम नहीं। आजादी के 75वें वर्ष पर यह कह रहे थे यह काम होगा वह काम होगा। यह बताइए आजादी की लड़ाई में कहां थे? क्या आजादी की लड़ाई लड़े? यह लोग बापू को खत्म करना चाहते हैं। समाज में टकराव खड़ा करना। कहीं कुछ ऐसा नहीं है अब हम लोग एकजुट हो रहे हैं।''