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Hindi News दिल्ली हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार, निर्माण गतिविधियों पर अगले आदेश तक रोक जारी

हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार, निर्माण गतिविधियों पर अगले आदेश तक रोक जारी

दिल्ली में सोमवार को हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर से बेहद खराब में पहुंच गया। शहर में 24 घंटे के औसत एक्यूएआई 389 दर्ज किया गया। 

Delhi air pollution: Winds bring slight relief- India TV Hindi Image Source : PTI दिल्ली में सोमवार को हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया।

Highlights

  • शहर में 24 घंटे के औसत एक्यूएआई 389 दर्ज किया गया।
  • सफर के अनुसार, मंगलवार को निचली सतह वाली हवाओं के गतिमान होने से प्रदूषण में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
  • गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी।

नयी दिल्ली: दिल्ली में सोमवार को हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर से बेहद खराब में पहुंच गया। शहर में 24 घंटे के औसत एक्यूएआई 389 दर्ज किया गया। दिल्ली में लगातार तीन दिन से वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बरकरार थी। फरीदाबाद में (276), गाजियाबाद (365), ग्रेटर नोएडा (350), गुरुग्राम (395) और नोएडा (356) में भी वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया। 

गौरतलब है कि एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब और 401 और 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि 15 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चलने से दोपहर में प्रदूषण कारक तत्वों के बिखराव में मदद मिली। 

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता प्रणाली सफर के अनुसार, मंगलवार को निचली सतह वाली हवाओं के गतिमान होने से प्रदूषण में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि वायु प्रदूषण के उच्च स्तर को देखते हुए दिल्ली में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी। राय ने संबंधित विभागों के अधिकारों के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा कि जरूरी सेवाओं में लगे ट्रकों को छोड़कर अन्य ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश करने पर सात दिसंबर तक प्रतिबंध जारी रहेगा, जबकि सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति होगी। 

मंत्री ने कहा, “विशेषज्ञों ने कहा है कि कम तापमान और हवा की कम गति के कारण स्थिति स्थिर हो गई है और आने वाले दिनों में दिल्ली की हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रहने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के मुताबिक, बारिश होने पर स्थिति में सुधार हो सकता है।” उन्होंने कहा, “स्थिति को देखते हुए हमने दिल्ली में निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर लगी रोक को अगले आदेश तक बढ़ाने का फैसला किया है। गैर-प्रदूषणकारी निर्माण गतिविधियों जैसे प्लंबिंग कार्य, आंतरिक सजावट, बिजली के काम और बढ़ई के काम की इजाजत है।” 

राय ने कहा कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार के रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान को 18 दिसंबर तक बढ़ाया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बृहस्पतिवार को निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर फिर से रोक लगा दी थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध से प्रभावित श्रमिकों को पांच-पांच हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी और उनकी सरकार न्यूनतम मजदूरी के नुकसान की भरपाई भी करेगी। 

वहीं, दिल्ली में सोमवार से स्कूल, कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ सरकारी दफ्तर भी खुल गए हैं। सरकार ने शहर के 14 क्षेत्रों में सरकारी आवासीय कॉलोनियों से अपने कर्मचारियों को लाने-ले जाने के लिए विशेष बस सेवा भी शुरू की है। इन आवासीय कॉलोनियों में गुलाबी बाग, मयूर विहार फेज दो, मोतिया खान, शालीमार बाग ब्लॉक ए, तिमारपुर, हरिनगर, द्वारका सेक्टर तीन, निमड़ी कॉलोनी - अशोक विहार, रोहिणी सेक्टर 11, कड़कड़डूमा, मॉडल टाउन फेज एक, विकास पुरी, पश्चिम विहार और वसंत कुंज शामिल हैं।