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Hindi News दिल्ली दिल्ली से हटेंगे कूड़े के पहाड़ ! डिप्टी सीएम सिसोदिया ने ओखला लैंडफिल साइट का किया दौरा, जानें क्या कहा

दिल्ली से हटेंगे कूड़े के पहाड़ ! डिप्टी सीएम सिसोदिया ने ओखला लैंडफिल साइट का किया दौरा, जानें क्या कहा

ओखला लैंडफिल साइट पर पहुंचे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि पिछली सरकार थी उसके पास राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी जिसके चलते कूड़े के पहाड़ को हटाया नहीं जा सका।

मनीष सिसोदिया- India TV Hindi Image Source : PTI मनीष सिसोदिया

नई दिल्ली:  दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आज ओखला लैंडफिल साइट का दौरा किया। उनके साथ आम आदमी पार्टी (AAP) के मेयर प्रत्याशी शैली ओबेरॉय और डिप्टी मेयर प्रत्याशी आले मोहम्मद इकबाल भी लैंडफिल साइट पहुंचे। मनीष सिसोदिया ने लैंडफिल साइट का मुआयना करने के बाद कहा कि कूड़े के पहाड़ को हटाना नामुमकिन नहीं है, बल्कि यह संभव है। इसे पूरा करने में 15 साल का वक्त नहीं लगेगा। सिसोदिया ने कहा कि एमसीडी में जो पिछली सरकार थी उसके पास राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी जिसके चलते कूड़े के पहाड़ को हटाया नहीं जा सका।

कूड़े का पहाड़ हटाने के काम में तेजी आएगी-सिसोदिया

मनीष सिसोदिया ने कहा कि अब कूड़े का पहाड़ हटाने की कार्यवाही तेज होगी । इस काम में जो मशीनें लगी हुई हैं उनकी संख्या दोगुनी की जाएगा और वे हर हफ्ते इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि समय-समय पर काम की समीक्षा की जाएगी कि कितना तेजी से काम चल रहा है। एमसीडी चुनाव में दिल्ली में तीनों कूडे के पहाड़ को आम आदमी पार्टी ने बड़ा मुद्दा बनाया था और कूड़े के पहाड़ को खत्म करने का वादा किया था। एमसीडी चुनाव में आम आदमी के 134 पार्षद जीत कर आएं है और मेयर का चुनाव 6 जनवरी को होना है।

40 ट्रामेल मशीनों कूड़े का निस्तारण

आपको बता दें कि दिल्ली में कूड़े के पहाड़ों पर 40 ट्रामेल मशीनों का इस्तेमाल कर कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। ये मशीनें कूड़े को तीन हिससों में बांट देती हैं। इसमें से मिट्टी और सीएंडडी वेस्ट का इस्तेमाल सड़क निर्माण में होता है जबकि प्लास्टिक वाले कचरे को वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में भेज दिया जाता है जहां उससे बिजली बनाई जाती है।

दिल्ली में अब हर महीने इन कूड़े के पहाड़ों से 6.52 लाख मीट्रिक टन कचरा साफ किया जा रहा है। अप्रैल 2024 तक इसके निस्तारण का लक्षय रखा गया है। दिल्ली की तीनों लैंडफिल साइट गाजीपुर, भलस्वा और ओखला में कूड़े के पहाड़ हैं जो आसपास रहनेवाले लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत बने हुए हैं।