A
Hindi News एजुकेशन इस देश में हर नौकरी पर मिलती है लाखों-करोड़ों की सैलरी, जगह भी खूबसूरत; फिर भी काम करने नहीं जाते लोग

इस देश में हर नौकरी पर मिलती है लाखों-करोड़ों की सैलरी, जगह भी खूबसूरत; फिर भी काम करने नहीं जाते लोग

दुनिया में ऐसे-ऐसे देश हैं जो अपने यहां काम कर रहे लोगों को काफी मोटा पैसा सैलरी के रूप में देते हैं, पर इन सब के बावजूद उन्हें कामगार लोग नहीं मिलते हैं।

australia- India TV Hindi Image Source : FILE इस देश में हर नौकरी पर मिलती है लाखों-करोड़ों की सैलरी

दुनिया में शायद दी ऐसा कोई देश या जगह हो जहां हर नौकरी के लिए लाखों-करोड़ों रुपये मिल रहे हों। ऐसे देश में शायद कोई हो जो न जाना चाहे। पर दुनिया में एक ऐसा देश है जहां वाकई में सैलरी लाखों-करोड़ों में है, लेकिन कोई जॉब करने नहीं जा रहा है। इम देश का नाम है ऑस्ट्रेलिया। बता दें कि पिछले दो साल से ये देश चर्चा में बना रहता है क्योंकि यहां काम के लिए एक से बढ़कर एक बढ़िया ऑफर मिल जाते हैं। इसके बावजूद यहां काम करने वाले नहीं मिल रहे है। अभी कुछ महीने पहले ऑस्ट्रेलिया में एक डॉक्टर की जॉब के लिए करोड़ों की सैलरी और फ्री में रहने को घर दिया जा रहा था, लेकिन इस जॉब के लिए कोई तैयार नहीं हुआ।

कम पढ़े लिखे लोगों को भी मिल रही लाखों की सैलरी

ऐसा नहीं है कि यहां सिर्फ पढ़े-लिखे लोगों की नौकरियों का ऑफर दिया जा रहा हो। यहां खादान में काम करने वाले खनिकों व ऑयल मानइनिंग की इंडस्ट्री में भी लाखों की सैलरी मिल रही है। इसके लिए 6 महीने से 12 महीने तक का कॉन्ट्रैक्ट भी होता है, सैलरी यहां भी आराम से 50 से 60 लाख रुपये होती है। साल 2022 में ऑस्ट्रेलिया की सरकारी कमीशन रिपोर्ट में कहा गया था कि देश में स्किल शॉर्टेज़ काफी ज्यादा बढ़ गई है और ये साल 2021 से ही बढ़ती जा रही। इस कारण इस देश के अंदर हज़ारों नौकरियां खाली पड़ी हैं। यहां के सरकारी अफसर व मंत्री दूसरे देशों में जाकर वहां के लोगों को यहां काम करने का ऑफर दे रही है।

कई डिपार्टमेंट में नौकरियां खाली

बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में हेल्थकेयर डिपार्टमेंट में हज़ारों नौकरियां खाली पड़ी हैं। खासतौर पर नर्स, असिस्टेंट और डॉक्टर। इतना ही नहीं यहां सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन प्रोग्रामर के साथ-साथ कंस्ट्रक्शन मैनेजर की भी ज़रूरत है, लेकिन वो भी नहीं मिलते। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई सरकार अपने इमिग्रेशन पॉलिसी में भी बदलाव कर रही है, ताकि बाहर से लोग इनके देश में आएं। स्किल शॉर्टेज की बड़ी वजह ये है कि ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने तो लोग आते हैं, लेकिन कोई रहना नहीं चाहता। बता दें कि ये देश काफी खूबसूरत है, इसके बावजूद लोग यहां अपना घर नहीं बनाना चाहते है। इसका कारण है यहां की स्ट्रिक्ट बॉर्डर रूल्स और वीज़ा रूल्स, इनकी वजह से लाखों लोगों के वीज़ा एप्लीकेशन लटके रह जाते हैं।

ये भी पढ़ें:

एमसीसी नीट पीजी काउंसलिंग 2023 के रजिस्ट्रेशन आज से शुरू, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
एसएससी ने जेई के पदों पर निकाली नौकरियों की भरमार, मिलेगी 1 लाख से ज्यादा सैलरी

 

Latest Education News