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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड क्या कमाल के एक्टर थे लताजी के पिता, कभी बने रानी पद्मावती तो कभी तेजस्विनी

क्या कमाल के एक्टर थे लताजी के पिता, कभी बने रानी पद्मावती तो कभी तेजस्विनी

सुर कोकिला लता मंगेशकर के पिता आज से करीब 100 साल पहले अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके थे। देखिए वो तस्वीरें जो लताजी ने खुद शेयर किए थे।

Lataji Father- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM लताजी के पिता की फाइल फोटो

Highlights

  • 100 साल पहले अपनी एक्टिंग से मनवाया था लोहा
  • लता मंगेशकर ने शेयर किए थे अनदेखे फोटोज
  • लताजी के पिता महान संगीतकार भी थे

सुर कोकिला लता मंगेशकर को ना केवल हम बल्कि पूरी दुनिया भर से नम आंखों से विदाई दी जा रही है। आज भारत रत्न लताजी ने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती की गई थीं लेकिन कई दिनों के इलाज के बाद भी उनको बचाया ना जा सका।

अब जिस पिता ने उनको जन्म दिया दुनिया ने उनकी एक्टिंग का भी लोहा माना था। यूं कहें कि लता मंगेशकर कला के धनी परिवार से आती थीं। उनके पिताजी पंडित दीनानाथ मंगेशकर मराठी के दिग्गज एक्टर थे। उन्होंने कई क्रिटिकल रोल प्ले किए जिसके कारण उन्हें पहचान मिली थी।

लताजी अपने पिताजी के एक्टिंग की मुरीद थीं। उन्होंने अपने पिताजी की कुछ अनदेखी तस्वीरों को पोस्ट किया जिसमें वे महिला किरदारों में नजर आ रहे हैं। पंडित दीनानाथ ने रानी पद्मावती जैसे किरदारों को निभाया था और तेजस्विनी जैसे रोल प्ले करने के लिए उनको आज भी याद किया जाता है।


लता मंगेशकर ने लिखा था, "नमस्कार. 21 जनवरी 1922 को आजसे 99 साल पहले मेरे पूज्य पिताजी के उग्रमंगल इस संगीत नाटक का पहला शो हुआ जो हाउसफुल था और उसके बाद भी इस नाटक ने कमाई के सारे रेकोर्डस तोड़ दिए थे। मेरे बाबा इस नाटक रानी पद्मावती की भूमिका करते थे, जिसमे वो शास्त्रीय नृत्य भी करते थे।"


वीर सावरकर के साथ भी इनके पिताजी ने नाटक किया था। लताजी लिखी थीं,  "मेरे पूज्य पिताजी के बलवंत संगीत मंडली इस नाटक कम्पनी के लिए वीर सावरकर जी द्वारा लिखित संगीत संन्यस्त खड्ग नाटक का पहला प्रदर्शन, मुंबई में शुक्रवार 18 सितंबर 1931 को हुआ था। उस नाटक के कुछ फ़ोटो और वीर सावरकर जी की एक फ़ोटो आप सबके लिए।"


तेजस्विनी के रोल को पर लताजी ने लिखा था, "94 साल पहले, 17 फरवरी 1927 को मेरे पूज्य पिताजी मास्टर दीनानाथ मंगेशकर के "रणदुंदुभि" इस नाटक का प्रथम शो "बलवंत संगीत मंडली ने किया था. इसमें मेरे बाबा तेजस्विनी की भूमिका करते थे। यह नाटक और इसके बाबा द्वारा गाए गाने बहुत लोकप्रिय हुए थे।"

बता दें, लता मंगेशकर कुल पांच भाई-बहन थे। जिसमें लताजी सबसे बड़ी बहन थी। जब लता 13 वर्ष की थीं तब ही उनके पिता (1942) का देहांत हो गया था। इस वजह से भी लता के ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी और इसी कारण उन्होंने कभी अपनी शादी के बारे में गंभीरता से नहीं सोचा था

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