मूवी रिव्यू: गणित के सवाल आसानी से सुलझाने वाली 'शकुंतला देवी' पर्सनल लाइफ में यूं उलझ गई
खिलाड़ियों और अभिनेताओं की बायोपिक से इतर ये फिल्म भारत की महान गणितज्ञ शकुंतला देवी की जिंदगी पर आधारित है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन के फैंस का इंतजार खत्म हो गया है। उनकी फिल्म 'शकुंतला देवी' रिलीज हो चुकी है। चूंकि कोरोना वायरस के चलते थियेटर्स बंद है। इसलिए इस मूवी को ऑनलाइन रिलीज किया गया है। खिलाड़ियों और अभिनेताओं की बायोपिक से इतर ये फिल्म भारत की महान गणितज्ञ शकुंतला देवी की जिंदगी पर आधारित है। इतनी तेज दिमाग वाली महिला को देखकर आपको हैरानी तो होगी, लेकिन जीवन की परेशानियों का कैसे हल खोजते हुए वो आगे बढ़ती गईं, ये देखकर आपको गर्व भी महसूस होगा। आइये जानते हैं कि ये मूवी दर्शकों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरी है..
कहानी
शकुंतला देवी को पूरी दुनिया में ह्यूमन कंप्यूटर के नाम से जाना जाता है। उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। शकुंतला (विद्या बालन) का जन्म बेंगलुरू में होता है। उनके अंदर गणना (कैलकुलेशन) की अद्भुत क्षमता होती है। उनके हुनर को पिता आगे बढ़ाते हैं। महज 15 साल की उम्र में वो लंदन चली जाती हैं। उनकी प्रतिभा को देख दुनिया हैरान रह जाती है। वो मुश्किल से मुश्किल कैलकुलेशन को चुटकियों में हल कर लेती हैं। इसे पढ़कर ऐसा लग रहा है कि उनकी जिंदगी में सब कुछ सही हो रहा होता है, लेकिन असली कहानी उनके घर में शुरू होती है, जहां उनकी पर्सनल लाइफ में कई परेशानियां होने लगती हैं। उनकी बेटी (सान्या मल्होत्रा) संग उनका रिश्ता सही नहीं चलता, जिससे प्रॉब्लम्स होने लगती हैं।
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एक्टिंग
विद्या बालन ने एक बार फिर अपनी अदाकारी से छा गई हैं। उन्होंने गणितज्ञ के साथ-साथ एक मां का भी रोल बखूबी निभाया है। उनका कॉन्फिडेंस देख आप वाह कह उठेंगे। उनकी डायलॉग डिलिवरी बेहद शानदार है। सान्या भी अपने रोल में जमी हैं। जिशू सेनगुप्ता ने भी अच्छा काम किया है। अमित साध भी शानदार लगे हैं।
यह फिल्म अनु मेनन द्वारा निर्देशित और सोनी पिक्च र्स नेटवर्क्स प्रोडक्शंस व विक्रम मल्होत्रा (अबुंदंतिया एंटरटेनमेंट) द्वारा निर्मित है।
अगर आप विद्या बालन के फैन हैं और मूड हल्का करना चाहते हैं तो ये फिल्म जरूर देखें।