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गुजरात: अंबाजी मंदिर में मोहनथाल ही चाहिए, मचे बवाल पर कांग्रेस को मिला बीजेपी का साथ

गुजरात के अंबाजी मंदिर में प्रसाद के रूप में मोहनथाल के बदले चिक्की दिए जाने का मामला अब विधानसभा तक पहुंच गया है। कांग्रेस के विरोध का बीजेपी ने भी समर्थन किया है।

gujarat ambaji temple prasadam - India TV Hindi अंबाजी मंदिर में प्रसाद बदलने पर मचा बवाल

अहमदाबाद: गुजरात के पवित्र धाम ५१ शक्तिपीठो में से एक अम्बाजी मंदिर में प्रसाद के बदले जाने के मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि यह विवाद अब विधानसभा तक जा पंहुचा है। विधानसभा में शुक्रवार को कांग्रेस विधायकों ने मोहनथाल प्रसाद को बदलकर चिक्की का प्रसाद दिए जाने को लेकर विरोध जताया। सभी कोंग्रेसी विधायकों ने विधानसभा गैलरी में फिर से प्रसाद में मोहनथाल ही दिए जाने के समर्थन और चिक्की के प्रसाद का विरोध करते हुए बैनर पोस्टर लेकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। 

बता दें कि सोमनाथ और फिर तिरुपति में सूखे प्रसाद के वितरण के बाद अब गुजरात के अंबाजी में मोहनथाल की जगह सूखा प्रसाद चिक्की के वितरण करने पर घमासान मचा हुआ है। देश की 51 शक्तिपीठों में शामिल अंबाजी में पहले  मोहनथाल का प्रसाद दिया जाता था जिसकी जगह पर अब चिक्की का प्रसाद दिया जा रहा है। प्रसाद वितरण के मुद्दे पर जहां कांग्रेस आक्रामक है तो अब बीजेपी के अंदर से भी इस मुद्दे पर प्रसाद में मोहनथाल दिए जाने के समर्थन के सुर सामने आए हैं।

कांग्रेस ने उठाई आवाज, बीजेपी ने दिया समर्थन

बीजेपी गुजरात के मीडिया कन्वेनर डॉ. यग्नेश दवे ने ट्वीट करके कहा है कि एक ब्राह्मण के रूप में मेरी व्यक्तिगत भावना यह है कि अंबाजी मंदिर में मोहनथाल का प्रसाद जारी रखा जाना चाहिए और चिक्की का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। हलाकि बाद में वो अपनी बात से पलट गए। वहीं अब वीएचपी सहित अन्य हिन्दू संगठनो ने इस मुद्दे पर मंदिर प्रशाशन को  ४८ घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है। कांग्रेस विधायक ने विधानसभा सत्र में इस विषय पर ११६ के तहत नोटिस देकर चर्चा की मांग की है 

क्या है पूरा मामला

देश के ५१ शक्तिपीठो में शामिल मां अम्बाजी तीर्थस्थान पर प्रसाद के बदले जाने पर बवाल मचा हुआ है। मंदिर प्रशाशन ने सालों से वितरित किये जा रहे प्रसाद मोहनथाल की जगह अब प्रसाद में चिक्की वितरित करने का फैसला लिया है। जिसपर बवाल के साथ अब राजनीति भी गरमा गई है।

अंबाजी मंदिर में अभी तक भक्तों को बतौर प्रसाद मोहनथाल देने की परंपरा रही है लेकिन पिछले कुछ दिनों से बनासकांठ कलेक्टर के आदेश पर यहां पर मोहनथाल प्रसाद का वितरण बंद कर दिया गया था और भक्तों को सूखी चिक्की बतौर प्रसाद दी जा रही है जिसे लेकर लगातार विरोध के स्वर उठ रहे है। 

गौरतलब है कि अम्बाजी में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। खुद प्रधानमंत्री मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी सहित कई दिग्गज नेताओ की अम्बाजी में आस्था रही है और समय-समय पर वो दर्शन करने भी पहुंचे है।

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