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Hindi News भारत राष्ट्रीय Exclusive: हसन अली पर ED का बड़ा खुलासा, 7 साल में 1 लाख करोड़ की काली कमाई

Exclusive: हसन अली पर ED का बड़ा खुलासा, 7 साल में 1 लाख करोड़ की काली कमाई

नई दिल्ली: घोड़ा कारोबारी हसन अली के खिलाफ कालेधन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच की। इस शख्स पर पचास हजार करोड़ रूपए का टैक्स बकाया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) का

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हसन अली पर ED की जांच रिपोर्ट-

हसन अली ने UBS में कई खाते खुलवाए

हसन अली का एक UBS अकाउंट ज्यूरिख में था

हसन अली का दूसरा UBS अकाउंट सिंगापुर में था

हसन अली का एक खाता Sarasin Bank में भी था

हसन अली का एक अकाउंट SBC सिंगापुर में था

हसन अली ने इन तीन विदेशी बैंकों में सबसे ज्यादा ट्रांजेक्शन की

हसन अली ने 1986 में UBS सिंगापुर में एक अकाउंट खोला था इस अकाउंट में हसन अली ने 150 मिलियन डॉलर जमा कराए थे। UBS सिंगापुर वाले खाते को 1995-96 के आसपास UBS ज्यूरिख में शिफ्ट करा लिया था। उसने काली कमाई से बड़े बड़े बंगले खरीदे, चमचमाती कारें खरीदी, विदेशी बैंखों में कई सौ करोड़ रुपए एक साथ जमा कराए और करोड़ों रुपए हीरे जवाहरात खरीदने में इधर उधर किए।

हसन अली के सहयोगी काशीनाथ तापुरिया से ED ने जो पूछताछ की उसमें भी हसन अली के बेशकीमती हीरे जवाहरात के बारे में कई बातों का खुलासा होता है। हसन अली के हीरे जवाहरात के कारोबार के बारे में खुलासा एक और गवाह सईद अहमद अब्बास नकवी ने भी किया।

ED की पूछताछ में सईद अहमद अब्बास नकवी ने बताया, 'मैंने 2005 के नवंबर दिसंबर में काशीनाथ तापुरिया के कहने पर ओपेरा हाउस से 1.25 करोड़ रुपए का एक हीरा खरीदा। इसके बदले में तापुरिया ने मुझे 1.25 करोड़ रुपए का चेक दिया था।'

प्रवर्तन निदेशालय की ये रिपोर्ट देखकर आश्चर्य होता है। यकीन करना मुश्किल है कि वाकरई में साधारण से दिखने वाला और सिर्फ बीस पच्चीस करोड़ की संपत्ति का मालिक एक लाख दस हजार करोड़ विदेशी बैंकों में जमा कर सकता है। इतने बड़े लेवल के हवाला में मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हो सकता है। उम्मीद है ED इस मामले की तह तक जाएगा तभी ये पता चलेगा कि जो दस्तावेज बरामद हुए हैं वो असली है या नकली।

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