अहमदाबाद/अकोदरा: गुजरात के अकोदरा गांव के लोग मोदी सरकार के नोटबंदी अभियान से जरा भी परेशान नहीं हुए क्योंकि यह गांव पिछले 20 माह से कैशलेस इकॉनामी पर चल रहा है। दरअसल साबरकांठा जिले के अकोदरा गांव ने देश के शहरों को भी मात देते हुए कैशलेस इकॉनामी पर चलने वाला पहला गांव बन गया है। गांव के लोग अपनी जरूरत की वस्तुओं की खरीदारी का खर्च मोबाइल बैंकिंग, डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करते हुए कर रहें हैं। मोबाइल का उपयोग करते हुए कर लेते हैं और इस बात को संभव बनाया है आईसीआईसीआई बैंक की अकोदरा ब्रांच ने। (देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें)
ICICI बैंक का ड्रीम प्रोजेक्ट है अकोदरा
दरअसल अकोदरा ICICI Bank का ड्रीम प्रोजेक्ट है और गांव को डिजिटल और कैशलेश सिस्टम लागू करने में बैंक ने बड़ी भूमिका निभाई है। www.khabarindiatv.com से बात करते हुए ICICI अकोदरा ब्रांच के मैनेजर ने बताया कि अकोदरा में ICICI बैंक का प्रयास रंग लाया है और यहां के लोग अपने मोबाइल की मदद से भुगतान करके कैशलेस मनी का उपयोग कर रहे हैं।
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वे कहते हैं ‘20 माह पहले जब गांव को डिजिटल बनाने की मुहिम की शुरुआत हुई थी, शुरु में हमनें युवाओं को ट्रेंड किया, साथ ही गांव के 1100 लोगों का एकाउंट भी खोला गया। लोगों को ट्रेंड करने में थोड़ा वक्त लगा लेकिन अब यहां के लोग मोबाइल बैंक का फायदा उठाते हुए अपने बिल का भुगतान आसानी से कर लेते हैं। मुख्यत: डेयरी और एग्रीकल्चर के व्यवसाय पर यहां के लोग निर्भर है और टेक्नॉलॉजी एक उत्प्रेरक के रूप में इस गांव के लिए विकास का काम कर रही है।
आगे की स्लाइड में पढ़िए इस कैशलेस गांव में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में-
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