A
Hindi News भारत राष्ट्रीय धनबाद के झरिया में जमीन धंसने से जलती कोयला खदान में समा गई महिला, हुई दर्दनाक मौत

धनबाद के झरिया में जमीन धंसने से जलती कोयला खदान में समा गई महिला, हुई दर्दनाक मौत

झारखंड के धनबाद में झरिया की जलती कोयला खदान में शुक्रवार को उस समय एक बड़ा हादसा हो गया जब सुबह शौच के लिए गई एक 35 वर्षीय महिला के पैर के नीचे की पूरी जमीन ही धंस गई और वह गड्ढे में वह समा गई।

Jharia, Jharia Fire Zone, Jharia Fire Zone Mother, Jharia Fire Zone Woman, Jharia Fire Zone Death- India TV Hindi Image Source : PIXABAY REPRESENTATIONAL IMAGE कल्याणी देवी नामक महिला शौच होने के लिए खुली खदान की ओर गई जहां एकाएक जमीन धंस गई और वह तपती खदान में समा गई।

धनबाद: झारखंड के धनबाद में झरिया की जलती कोयला खदान में शुक्रवार को उस समय एक बड़ा हादसा हो गया जब सुबह शौच के लिए गई एक 35 वर्षीय महिला के पैर के नीचे की पूरी जमीन ही धंस गई और वह गड्ढे में वह समा गई। तीन बच्चों की मां इस महिला की मौके पर ही मौत हो गई। सिंदरी क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक अजीत कुमार सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि आज सुबह 7:30 बजे कल्याणी देवी नामक महिला शौच होने के लिए खुली खदान की ओर गई जहां एकाएक उसके पैरों के नीचे की जमीन धंस गई और वह तपती खदान में समा गई। 

जलने और दम घुटने से हुई मौत
सूचना पाकर पहुंचे भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अधिकारियों एवं स्थानीय पुलिस ने बड़ी मशक्कत कर लगभग 12 बजे महिला को शावेल मशीनों की सहायता से बस्ताकोला इंडस्ट्री कोइलरी के जलते गड्ढे से बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी जलने और जहरीली गैसों के चलते दम घुटने से मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पाकर वहां पहुंचे बस्ती के लोगों ने महिला के परिवार के लिए BCCL से 10 लाख रुपये का हर्जाना मांगा और इसके लिए धनबाद-झरिया मार्ग को जाम कर दिया। BCCL के क्षेत्र के परियोजना अधिकारी शैलेंद्र सिंह और स्थानीय पुलिस अधिकारी ने लोगों को काफी समझाया लेकिन लोग मांग पर अड़े रहे। उन्होंने उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल ले जाए जाने से भी रोक दिया।

2017 में भी हुआ था ऐसा ही हादसा
अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में यह इस तरह की दूसरी घटना है। इससे पूर्व 23 मई, 2017 को एक पिता-पुत्र की झरिया टाउन में जमीन धंसने से मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि यह पूरा क्षेत्र बीसीसीएल की कोयला खदानों का है और वर्षों से यहां आग लगी हुई है जो तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं बुझाई जा सकी है। यहां सभी बस्तियों को हटाने का आदेश हो चुका है और लोगों को अन्यत्र बसने के लिए भूमि भी आवंटित हो चुकी है लेकिन लोग इलाके को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। BCCL के अधिकारियों ने बताया कि आज की दुर्घटना यहां अवैध रूप से रह रहे लोगों के लिए एक और चेतावनी है कि वह इस क्षेत्र को खाली कर दें अन्यथा कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। (भाषा)

Latest India News