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Hindi News भारत राष्ट्रीय छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली कमांडर ने किया सरेंडर, बताया बारूदी सुरंगों का पता

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली कमांडर ने किया सरेंडर, बताया बारूदी सुरंगों का पता

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सली कमांडर ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। बाद में पुलिस ने नक्सली द्वारा बताए गए पते से 3 बारूदी सुरंगें भी बरामद की हैं।

Naxal commander surrenders, Naxal commander, Naxal surrenders, Chhattisgarh Naxal commander- India TV Hindi Image Source : PTI REPRESENTATIONAL छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सली कमांडर ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सली कमांडर ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। बाद में पुलिस ने नक्सली द्वारा बताए गए पते से 3 बारूदी सुरंगें भी बरामद की हैं। दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने सोमवार को बताया कि जनमिलिशिया कमांडर गुड्डी कर्मा (23) ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस ने कर्मा द्वारा बताए गए स्थान से 3 बारूदी सुरंग भी बरामद की हैं। इनमें से एक का वजन 10 किलोग्राम वहीं अन्य 2 का वजन 3-3 किलोग्राम था।

‘बारूदी सुरंगों को किया गया नष्ट’
पल्लव ने बताया कि पुलिस ने ये बारूदी सुरंगें किरंदुल थाना क्षेत्र के अंतर्गत हिरोली और पीरनार गांव के मध्य सड़क से बरामद की हैं। बमों को नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने यह बम 28 जुलाई से 3 अगस्त के बीच चल रहे शहीद सप्ताह के दौरान पुलिस दल को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए गए थे। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कर्मा ने पुलिस को बताया कि उसने नक्सलियों की विचारधारा से परेशान होकर तथा स्थानीय पुलिस द्वारा चलाए जा रहे पुर्नवास कार्यक्रम ‘लोन वर्राटू’ से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है।

‘कई घटनाओं में शामिल था कर्मा’
पल्लव ने बताया कि कर्मा पर कई नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। वह वर्ष 2014 से लेकर अब तक 4 ग्रामीणों की हत्या, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम की खदानों में लगे वाहनों में आगजनी तथा पुलिसकर्मी की अपहरण की घटना में शामिल रहा है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले कर्मा को प्रोत्साहन के रूप में 10 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं। राज्य सरकार की पुर्नवास नीति के तहत भी उसकी मदद की जाएगी।

क्या है ‘लोन वर्राटू’?
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘लोन वर्राटू’ गोंडी बोली का शब्द है जिसका अर्थ वापस लौट आओ होता है। इस अभियान को बीते जून माह में प्रारंभ किया गया था। जिसके तहत इनामी नक्सलियों के गांवों में उनका पोस्टर बैनर लगाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में वापस लौट आने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने बताया इस अभियान के तहत अभी तक 70 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।

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