मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशों एवं उपमुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में सुकमा के नक्सल पुनर्वास केंद्र में आत्मसमर्पित माओवादियों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई।
बीजापुर में मंगलवार को 34 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर किया है। इनमें शामिल 26 नक्सलियों पर 84 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक की है। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। राज्य में सरेंडर करने वाले नक्सलियों को राहत भी मिलने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में 2.95 करोड़ रुपये के इनामी 12 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। इनमें केंद्रीय समिति का सदस्य रामधेर भी शामिल है। ये सभी माओवादी MMC (मध्यप्रदेश–महाराष्ट्र–छत्तीसगढ़) जोन में सक्रिय थे।
सेंट्रल कमेटी मेम्बर ( CCM ) रामधेर मज्जी पर एक करोड़ का इनाम घोषित था। उसके साथ 11 अन्य खूंखार नक्सलियों ने भी सरेंडर कर दिया है। इन नक्सलियों के सरेंडर के साथ ही महाराष्ट्र , मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जोन नक्सल मुक्त हो गया है।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के एक समूह के आतंक को लेकर लोगों में भय का माहौल है। नक्सलियों ने जिस तरह से सड़क निर्माण का काम कर रहे ठेकेदार की हत्या की है। पुलिस और जांच की टीम ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।
एमपी के बालाघाट में 10 इनामी नक्सलियों ने सीएम मोहन यादव के सामने सरेंडर किया। इस दौरान नक्सलियों ने अपने हथियार भी सरेंडर कर दिए। सीएम मोहन यादव ने कहा कि सरकार मध्य प्रदेश को नक्सल मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कोंडापल्ली गांव छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 450 किलोमीटर दूर तेलंगाना की सीमा के पास घने जंगलों में बना है। यहां टावर लगने से गांव के लोग बहुत खुश हुए और पारंपरिक तरीके से उसकी पूजा की।
विष्णु देव साय ने कहा कि हमारे जवान नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं। ऑपरेशन में डीआरजी के तीन जवान शहीद हुए हैं। सीएम ने उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पिछले कई घंटे से पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। अब तक इस मुठभेड़ में 12 नक्सलियों की मौत हो गई है। वहीं, 3 जवान भी शहीद हो गए हैं।
छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में नक्सली मुख्यधारा की ओर लौट रहे हैं। सुरक्षा बलों के डर की वजह से नक्सली अब हथियार छोड़ने को मजबूर हैं। साथ ही सरकार उन्हें पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 50000 रुपये की तत्काल सहायता भी दे रही है।
गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने की बात कही थी। इसी कड़ी में सरकार लगातार नक्सलियों को मुख्य धारा में शामिल करने की कोशिश कर रही है और ये कोशिशें सफल भी हो रही हैं।
नक्सलवाद को एक और बहुत बड़ा झटका लगा है। CPI (माओवादी) के स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य विकास नागपुरे ने 11 साथियों सहित गोंदिया पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। कुल 89 लाख के इनामी ये नक्सली कई जिलों में हिंसा, भर्ती और उगाही में सक्रिय थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों के ऊपर कुल 25 लाख रुपये का इनाम था। पिछले 23 महीनों में छत्तीसगढ़ में 2200 से ज्यादा नक्सली सरेंडर कर चुके हैं।
सुकमा जिले में गुरुवार को नक्सलियों के लगाए गए प्रेशर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) में धमाका होने से एक महिला कांस्टेबल घायल हो गईं।
बीजापुर में 41 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इन आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से 32 पर भारी भरकम इनाम घोषित था।
इंडिया गेट पर प्रदूषण विरोधी प्रदर्शन के दौरान नक्सली कमांडर हिडमा के समर्थन में नारे लगाने और पुलिस पर पेपर स्प्रे करने के मामले में पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है। FIR में राष्ट्रीय एकता को खतरे में डालने वाली BNS धारा 197 जोड़ी गई है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा में 15 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर किया है। इनमें से नौ के सिर पर 48 लाख रुपये का इनाम था। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में पांच महिलाएं भी शामिल हैं।
माओवादियों ने देवेंद्र फडणवीस समेत 3 राज्यों के CM को लिखा पत्र, कहा- 'सामूहिक सरेंडर करना चाहते हैं...'
कर्रेगुट्टा पहाड़ियों में जंगल बेहद घने हैं। यहां नक्सल विरोध ऑपरेशन के दौरान भी सुरक्षाकर्मियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। शिविर बनाने में भी यहां कई तरह की परेशानियां आईं।
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