A
Hindi News भारत राष्ट्रीय 'आप की अदालत' में श्री श्री रविशंकर: 'उत्पीड़न के शिकार सभी अल्पसंख्यकों को सीएए में शामिल किया जाना चाहिए'

'आप की अदालत' में श्री श्री रविशंकर: 'उत्पीड़न के शिकार सभी अल्पसंख्यकों को सीएए में शामिल किया जाना चाहिए'

उन्होंने कहा- 'पर्सक्यूटेड माइनोरिटीज (सताये गए अल्पसंख्यक) मुसलमानों में भी हैं। उदाहरण के लिए अहमदिया पाकिस्तान में पर्सक्यूटेड हो रहे हैं। जो भी पर्सक्यूटेड माइनोरिटीज हैं, उन सबका स्वागत करना चाहिए।'

नई दिल्ली: आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का कहना है कि सभी उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को सीएए में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान के अहमदियों को भी नागरिकता देने के पक्ष में बात रखी। उन्होंने कहा- 'पर्सक्यूटेड माइनोरिटीज (सताये गए अल्पसंख्यक) मुसलमानों में भी हैं। उदाहरण के लिए अहमदिया पाकिस्तान में पर्सक्यूटेड हो रहे हैं। जो भी पर्सक्यूटेड माइनोरिटीज हैं, उन सबका स्वागत करना चाहिए।' श्री श्री रविशंकर ने इंडिया टीवी पर रजत शर्मा के शो 'आप की अदालत' में सवालों के जवाब देते हुए यह बात कही। 

आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा, 'भारत की छवि खराब हुई है, सच बात है। जहां-जहां हम गए, हमने समझाया है। कम्यूनिकेशन गैप होने से लोगों को ठीक समझ नहीं आया, बहुत सारी आशंकाएं दूर करनी पड़ीं। पश्चिमी मीडिया में कम्यूनिकेशन गैप की वजह से इस निगेटिविटी आई। वो कोई आइडियोलॉजी लेकर उसी चश्मे से देखते हैं।'
 
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री ने पिछले 35 वर्षों से शरणार्थियों के रूप में रह रहे 1.25 लाख श्रीलंकाई तमिलों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने की बात कही। उन्होंने कहा, 'भारत में पिछले 35 साल से सवा लाख तमिल रिफ्यूजी (शरणार्थी) के रूप में रह रहे हैं। यही लोग जब अमेरिका, इंग्लैंड जाते हैं तो उनको तीन या पांच साल के अन्दर नागरिकता मिल जाती है, यहां 35 साल के बाद भी उन्हें नहीं मिली। जब कलाम राष्ट्रपति थे, तो उनको हमने एक करोड़ दस्तखतों वाला ज्ञापन दिया था। ये तमिल बड़ी दयनीय स्थिति में रह रहे हैं। न तो वो काम कर पाते हैं, उन्हें ढाई से तीन हजार रुपए पर गुजारा करना पड़ता है।

Latest India News