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Hindi News भारत राष्ट्रीय दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में रहते हैं तो इस बड़ी मुसीबत के लिए हो जाइए तैयार, डेढ़ महीने तक बंद रहेगा यह रास्ता

दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में रहते हैं तो इस बड़ी मुसीबत के लिए हो जाइए तैयार, डेढ़ महीने तक बंद रहेगा यह रास्ता

दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद से आने-जाने वाले लोगों को 45 दिन तक ट्रैफिक की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। PWD 25 दिसंबर के बाद कभी भी इस रास्ते पर काम शुरू कर सकता है।

इस रास्ते पर 45 दिनों तक चलेगा काम।- India TV Hindi इस रास्ते पर 45 दिनों तक चलेगा काम।

यदि आप दिल्ली, नोएडा या फिर गाजियाबाद में रहते हैं तो आपके लिए एक बुरी खबर है। लगभग 45 दिन आपको इस समस्या से रोज गुजरना पड़ेगा। ऑफिस आने-जाने वाले लोग हों या स्कूल जाने वाले बच्चे सभी को कम से कम 45 दिन तक भारी जाम झेलना पड़ेगा। यानी ये समझ लीजिए कि अगर आप इस रास्ते से रोज आते-जाते हैं तो अब आपको अपने घर से समय से कुछ देर पहले ही निकलना पड़ेगा। 

दरअसल, अगले हफ्ते से आश्रम फ्लाईओवर के एक्सटेंशन का काम PWD शुरू करने जा रहा है। दोनों कैरिजवे को रेक दिया जाएगा। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने PWD को अस्थाई रूप से  फ्लाईओवर को बंद करने की इजाजत दे दी है। PWD अधिकारी ने बताया कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने हमें फ्लाईओवर बंद करने की अनुमती दे दी है। 25 से 31 दिसंबर के बीच कभी भी फ्लाईओवर को बंद किया जा सकता है। ट्रैफिक पुलिस ने इसके लिए 45 दिन का समय दिया है। मतलब फ्लाईओवर का चौड़ीकरण होने में 2023 के फरवरी में दूसरे हफ्ते तक का समय लग सकता है। पीक ऑवर्स के दौरान इस फ्लाईओवर से रोज लगभग 3-4 लाख गाड़ियां गुजरती हैं। ऐसे में आश्रम फ्लाईओवर के बंद होने से बारापूला फ्लाइओवर, कालिंदी कुंज, मथुरा रोड और ITO पर ट्रफिक का ज्यादा दबाव बढ़ जाएगा। लोगों को इस समस्या से थोड़ी राहत देने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने स्लिप रोड्स पर मूवमेंट की अनुमती दे सकता है।

प्रोजेक्‍ट पूरा होने के बाद लोगों के लिए काफी सुविधाजनक हो जाएगा

इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद लोगों को यातायात के लिए काफी सुविधा हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट का निर्माण 128.25 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है। इसमें 1.42 किलोमीटर लंबा छह लेन का फ्लाइओवर बनने जा रहा है। सबसे ज्यादा आराम उनलोगों के लिए हो जाएगा जो मूलचंद फ्लाइओवर से नोएडा के रजनीगंधा चौक वाले रास्ते से आते-जाते हैं। मतलब मूलचंद फ्लाइओवर से नोएडा के रजनीगंधा चौक तक 9 किलोमीटर लंबा स्‍ट्रेच सिग्‍नल-फ्री हो जाएगा। वहीं  किलोकरी से बस 100 मीटर दूर यू-टर्न लेकर रोड क्रॉस कर सकेंगे। और तो और नोएडा, आईटीओ और गाजियाबाद जाने के लिए जो यू-टर्न महारानी बाग से सराय काले खां के बीच एक किलोमीटर चलने के बाद मिलता था अब वह दूरी आपके लिए कम हो जाएगी।

क्या-क्या होंगी समस्याएं

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आश्रम फ्लाईओवर सबसे ज्यादा चलने वाला रास्ता है और पीक ऑवर्स में तो हमेशा ही जाम लगा रहता है। ऐसे में जब यह फ्लाईओवर बंद हो जाएगा तो ट्रैफिक का सारा दबाव बारापूला फ्लाइओवर, कालिंदी कुंज, मथुरा रोड और ITO पर आ जाएगा। इस रास्ते से सभी भारी वाहन गुजरते हैं। DTC बसों से तो यह रास्ता भरा रहता है। जब नोएंट्री हटा दी जाती है तो ट्रक भी इसी रास्ते से गुजरते हैं। लोगों को 45 दिन की यह मुसीबत खूब रूलाने वाली है। ऐसे में तो कई लोग रोडवे से जाना छोड़कर मेट्रो में सफर करने लगेंगे। जिससे मट्रो में भी काफी भीड़ होगी। 

कैसे निपटेगी ट्रैफिक पुलिस

दिल्ली जैसी जगह पर जहां पहले से ही यहां पर इस शहर की क्षमता से ज्यादा लोग रहते हैं। तो हर जगह जाम लगना तो बहुत ही नॉर्मल सी बात है। ऐसे में आश्रम फ्लाईओवर बंद होने से ट्रैफिक पुलिस के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती है। ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि वे नोडल एजेंसी के संपर्क में हैं। ट्रैफिक फ्लो को आसान बनाने के लिए हर कदमों पर चर्चा हो रही है। वहीं लोगों को स्लिप रोड्स से गुजरने की अनुमती रहेगी। हालांकि दिल्‍ली सरकार ने इसी साल आश्रम चौक पर अंडरपास पूरा किया है। ट्रैफिक पुलिस ने आश्रम फ्लाइओवर के दोनों तरफ सड़कों की री-कारपेटिंग का सुझाव दिया है इससे वाहनों की आवाजाही स्‍मूद हो सकती है। इसके अलावा कुछ और उपायों पर भी ट्रैफिक पुलिस सोच रही है।

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