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Hindi News भारत राष्ट्रीय कर्नाटक में बोले प्रधानमंत्री मोदी- 'सबका प्रयास' से भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर

कर्नाटक में बोले प्रधानमंत्री मोदी- 'सबका प्रयास' से भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर

प्रधानमंत्री ने कर्नाटक में शनिवार कहा कि भारत एक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है और यह 'सबका प्रयास' के माध्यम से संभव है। मोदी ने मेडिकल के पेशे में शामिल होने में ग्रामीण और गरीब परिवारों के युवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया।

कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित- India TV Hindi Image Source : PTI कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राज्य के बेंगलुरु और चिक्काबल्लापुर जिलों में विभिन्न उद्घाटन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए शनिवार को कर्नाटक पहुंचे। पीएम मोदी ने शनिवार को सबसे पहले जिले के मुद्देनहल्ली में दूरदर्शी, सिविल इंजीनियर, प्रशासक और राजनेता सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को उनके जन्म स्थान पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद पीएम ने चिक्कबल्लापुर जिले में मुद्देनहल्ली के सत्य साई ग्राम में निशुल्क सेवाओं के लिए स्थापित ‘श्री मधुसूदन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च’ (SMSIMSR) और ‘श्री सत्य साई राजेश्वरी मेमोरियल ब्लॉक’ का  उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने शनिवार कहा कि भारत एक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है और यह 'सबका प्रयास' के माध्यम से संभव है।

"भाजपा सरकार ने मेडिकल की शिक्षा कन्नड़ में मुहैया कराई"
इस दौरान पीएम मोदी ने भारतीय भाषाओं को समर्थन देने की पर्याप्त कोशिश नहीं करने और उन्हें लेकर ‘‘खेल खेलने’’ के लिए शनिवार को राजनीतिक दलों पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ये दल गांवों, पिछड़े वर्ग के लोगों और गरीबों को चिकित्सक या इंजीनियर बनते नहीं देखना चाहते। मोदी ने मेडिकल के पेशे में शामिल होने में ग्रामीण और गरीब परिवारों के युवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस बात को समझते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने मेडिकल की शिक्षा में कन्नड़ समेत भारतीय भाषाओं में पढ़ाई का विकल्प मुहैया कराया। 

"कुछ दलों ने भाषाओं को लेकर खेल खेला"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘मैं आपके सामने उस चुनौती का जिक्र करना चाहता हूं, जिसका सामना मेडिकल पेशे के समक्ष है। इस चुनौती के कारण गांवों से आने वाले, गरीब परिवारों से संबंध रखने वाले और पिछड़े वर्ग के युवाओं के लिए चिकित्सक बनना मुश्किल हो गया था।’’उन्होंने कहा कि कुछ दलों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ और वोट-बैंक की खातिर भाषाओं को लेकर ‘‘खेल’’ खेला, लेकिन उन्होंने भाषाओं को सही अर्थों में प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक काम नहीं किए। मोदी ने कहा, ‘‘कन्नड़ एक समृद्ध भाषा है। यह एक ऐसी भाषा है जो देश के गौरव को बढ़ाती है। इससे पहले सरकारों ने मेडिकल, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की कन्नड़ में शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में कदम नहीं उठाए।’’ 

"भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सककी भागीदारी"
पीएम ने कहा, "ये राजनीतिक दल नहीं चाहते कि गांवों, गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों के बेटे और बेटियां डॉक्टर या इंजीनियर बनें, जबकि गरीबों के कल्याण के लिए काम करने वाली हमारी सरकार ने कन्नड़ समेत भारतीय भाषाओं में मेडिकल शिक्षा का विकल्प दिया है।’’ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर और मधुसूदन साई इस मौके पर मौजूद थे। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि भाजपा सरकार भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हर किसी की भागीदारी पर जोर दे रही है। पीएम ने कहा कि हमारे प्रयास भारत के स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहे हैं। हमने गरीब और मध्यम वर्ग के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है। 

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