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Hindi News भारत राजनीति पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने यूं बना ली मजबूत पकड़, तृणमूल के लिए बनी सबसे बड़ा खतरा

पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने यूं बना ली मजबूत पकड़, तृणमूल के लिए बनी सबसे बड़ा खतरा

पार्टी की मानें तो उसने सूबे में अपनी पकड़ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कुशासन, अवैध घुसपैठ के खिलाफ अभियान और NRC के क्रियान्वयन का वादा करके बनाई है।

Campaign against Trinamool, NRC paid off, says Bengal BJP on membership drive | Facebook- India TV Hindi Campaign against Trinamool, NRC paid off, says Bengal BJP on membership drive | Facebook

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सियासत में आज भारतीय जनता पार्टी पूरी मजबूती से खड़ी है। पार्टी की मानें तो उसने सूबे में अपनी पकड़ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कुशासन, अवैध घुसपैठ के खिलाफ अभियान और NRC के क्रियान्वयन का वादा करके बनाई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने अपने हालिया सदस्यता अभियान के तहत 77 लाख से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा है। बीजेपी नेताओं के अनुसार इनमें से अधिकतर लोग 25 से 40 आयुवर्ग के हैं, जो पार्टी की युवकों में बढ़ती पकड़ को दिखाता है। 

बंगाल में तेजी से बढ़ रही है बीजेपी
उन्होंने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा के पास जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिणी दिनाजपुर और उत्तर बंगाल में अलीपुरद्वार के अलावा मालदा, नदिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में सदस्यता अभियान को काफी सफलता मिली है। भगवा पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि सदस्यता अभियान को पश्चिम मिदनापुर, पुरुलिया, झारग्राम और बांकुरा के जंगलमहल जिले में भी काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘केवल ऐसा नहीं है कि सीमावर्ती इलाकों में हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली। हमें झारग्राम और मिदनापुर में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।’

2021 में सूबे की सत्ता पर नजर
घोष ने दावा किया कि सीमावर्ती इलाकों में बड़ी संख्या में लोग बीजेपी से जुड़े हैं क्योंकि वह तृणमूल के कुशासन, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अवैध घुसपैठ से तंग आ गए हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 6 जुलाई को पार्टी विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर देशभर में सदस्यता अभियान शुरू किया था। यह 20 अगस्त तक चलाहै। केन्द्रीय नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल में 60 लाख लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था, जिसे बीजेपी ने पार कर लिया है। बीजेपी का लक्ष्य सूबे में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सत्ता से बाहर करना है।

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