A
Hindi News भारत राजनीति नेताओं के विवादित बोल, पहले भी फिसलती रही है जुबान

नेताओं के विवादित बोल, पहले भी फिसलती रही है जुबान

नई दिल्ली: साल 2005 में बिहार की सत्ता गंवाने वाले लालू प्रसाद यादव इस बार भी चर्चा में है। चर्चा की वजह भी वही पुरानी है, उनके विवादित और तीखे बोल। अमित शाह को पागल,

लालू प्रसाद यादव

“यदुवंशियों सावधान! इ महाभारत हऊ रे भाई। अपने वोट को छितराने नहीं देना। इस चुनाव में लड़ाई बैकवर्ड-फ़ारवर्ड के बीच है।”

‘‘एक नरभक्षी और तड़ीपार बिहार को सदाचार न सिखाए। पहले स्वयं के कुकर्म और ख़ुद पर लगी सारी जघन्य धाराओं के बार में चिल्ला चिल्ला कर लोगों को बताए।”

‘‘मुझे शैतान कहने वाला खुद ब्रह्मपिशाच है। हम पिशाच का इलाज जानते हैं।’’

"नीतीश को मैंने पैदा किया, मुझे नहीं पता था कि नीतीश बबूल निकलेंगे। मैं यह जानता तो गर्म पानी से नीतीश को जला देता।"

बेनी प्रसाद वर्मा

मुलायम सिंह पगला गए हैं, सठिया गए हैं। (19 अगस्त 2012)

अन्ना हजारे का शनिचर उतर गया है और अब वो बाबा रामदेव पर चढ़ गया है। ये बेकार के लोग हैं, इन्हें बस कुछ काम चाहिए। (9 अगस्त 2012)

अमर सिंह

मोदी हर जगह मैं-मैं करते हुए घूम रहे हैं, जबकि उन्हें पता होना चाहिए कि मैं-मैं करना तो बकरी का काम है। (अप्रैल 2014)

गिरिराज सिंह

जो लोग मोदी का विरोध करते हैं, वो पाकिस्तान की ओर देख रहे हैं, ऐसे लोगों का स्थान पाकिस्तान में है, भारत में नहीं। (लोकसभा चुनाव के दौरान)

आखिर जितने भी आतंकवादी पकड़े जाते हैं वे सभी एक ही समुदाय के क्यों होते हैं।(मई 2014)

Latest India News